जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 06 जनवरी, 2025 ::वर्ष 2025 में आम जनता को सरकार के माध्यम से ज्यादातर सरकारी लाभ मिल सके इसके लिए सरकार कई तरह की योजनाओं में बदलाव करने पर विचार कर रही है और इसे तकनीकी युग का पुनर्जागरण वर्ष मानेगी। सरकार आम लोगों सुख सुविधाओं के साधन के साथ साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, आवास, और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन करेगी।सरकार जीरो कोलैटरल यानि बिना गारंटी के 20 लाख रुपए तक का होम लोन देने की योजना तैयार कर रही है। वहीं शहरी आवास के लिए सस्ती दरों पर लोन की सुविधा के लिए ब्याज सब्सिडी योजना लाने पर भी विचार कर रही है, जिसकी घोषणा वर्ष 2024 के आम बजट में की गई थी।शिक्षा के क्षेत्र में सरकार उच्च शिक्षा का वैश्वीकरण की दिशा में भारतीय विश्वविद्यालय वैश्विक भागीदारी बढ़ाने और दोहरी डिग्री कार्यक्रम शुरू करने पर विचार कर रही है, ऐसा करने से भारतीय शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। वहीं कौशल आधारित शिक्षा से उद्योगों की मांग के अनुरूप पाठक्रमों पर जोड़ होगा, जिससे ब्लॉकचेन, साइबर सुरक्षा और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और प्रमाण पत्र जैसे कोर्स में बदलाव करेगी।राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सरकार पढ़ाने और पढ़ने में तकनीकों के इस्तेमाल पर जोर देगी ताकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल क्लासरूम औन इंटरेक्टिव सामग्री से पढ़ाई के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान रखा जा सके। सरकार हाइब्रिड लर्निंग को अपनाने पर जोर देगी, जिससे शिक्षार्थियों की सुविधा और ग्रामीण एव कस्बाई छात्रों तक संसाधनों के इस्तेमाल से शिक्षा की सुलभता मिलेगी। सरकार अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए वैश्विक रैंकिंग को बढ़ाने हेतु शोध पर नये सिरे से ध्यान केंद्रित करेगी और नवाचार केन्द्रों की स्थापना और शोध के लिए बजट बढ़ाकर देश को ज्ञान केन्द्र बनाने का प्रयास करेगी।
सरकार का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की भावनाओं को समझने में सक्षम हो सकता है। इससे एलेक्सा, सिरी जैसे वॉयस असिस्टेंट सिर्फ आदेश का पालन नहीं करेंगे, बल्कि इंसानों के सुख, दुख, गुस्से को भी समझेंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ऐसे अंग विकसित हो सकेंगे जो इंसानी अंगों की तरह ही काम करेंगे। इतना ही नहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मस्तिष्क के संकेतों को समझ कर भी काम कर सकेगा।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बगैर इंटरनेट के चैटबॉट्स आ सकते हैं, जो इंटरनेट नहीं होने पर भी काम करेंगा, जिससे टिकट बुकिंग, ट्रैफिक मैनेजमेंट, कचरा प्रबंधन, बिजली सप्लाई और रूटीन काम हो सकेगा। वहीं, इसके सहयोग से सुविधाजनक रेल यात्रा भी होगी। सरकार वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का परिचालन इस वर्ष शुरू करेगी और नमो भारत रैपिड रेल (वंदे मेट्रो), अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेने और 136 बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेने भी शुरू करेगी। सूत्रों की माने तो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से तीन नई घरेलु उड़ान सेवा शुरू करने पर विचार कर रही है,इसके लिए तीन नई घरेलू विमानन कम्पनियों के जहाज उड़ान भरेंगे, इसके लिए एयरकेरला और अलहिंद एयर के साथ यूपी की शंख एयर को मंत्रालय से एनओसी मिल चुका है।सरकार घर का सपना पूरा करने के लिए पांच लाख से ज्यादा नए मकान बनाने पर विचार कर रही है। इनमें से 50 फीसदी से अधिक लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट होंगे, जिनकी कीमत कम से कम एक करोड़ रुपए होगी। मकान की कीमतें 10 फीसदी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। वहीं सरकार पीएम आवास योजना के तहत 60 लाख से अधिक मकानों का निर्माण करा सकती है। पीएम आवास योजना के तहत इस वर्ष केन्द्र सरकार ने अगले पांच वर्ष में शहरी और ग्रामीण इलाक़ों में तीन करोड़ अतिरिक्त मकान के निर्माण की मंजूरी दी है। सरकार घर के नक्शा और मॉडल बनाने में बड़े पैमाने पर एआइ को पूरा यूटिलाइज करेगी।सरकारी नौकरियां के लिए केन्द्र सरकार उससे जुड़े संस्थानों में दो लाख और राज्यों के स्तर पर 10 लाख से ज्यादा नौकरियों में भर्ती होगी की रास्ता खोलेगी। रेलवे, सड़क और शहरी आवास की सरकारी योजनाओं में रोजगार के आठ फीसदी अवसर बढ़ेगी। लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन में लॉजिस्टिक्स सेक्टर में 14% वर्कफोर्स बढने का अनुमान है इसके लिए एआइ सक्षम लॉजिस्टिक्स और ग्रीन सप्लाई चेन में तकनीकी का अक्सर मिलेगा। ई-कॉमर्स और स्टार्ट – अप में उछाल आने की संभावना बढ़ेगी और ई-कॉमर्स फर्मों के कर्मचारियों की 9% बढ़ोतरी हो सकेगी। क्लाउड आर्किटेक्ट, ईआइ उत्पाद प्रबंधक और फुल-स्टैक डेवलपर्स जैसी प्रमुख भूमिकाओं में भर्ती हो सकती है। अक्षय ऊजा और ईवी में रोजगार का मौका मिलेगा। इस क्षेत्र में 12% भर्तियां हो सकती है। इसमें सौर ऊर्जा परियोजनाओं, स्मार्ट ग्रिड विकास और इवी बुनियादी ढांचे के विकास में अवसर मिल सकता है। यात्रा और आतिथ्य में मिलेंगे अवसर। इस क्षेत्र में 8.2% की वृद्धि होने की संभावना है। कंपनियों में प्रबंधन, डिजिटल परिवर्तन और आइटी से जुड़े लोगों के लिए रोजगार के मौके मिलेंगे।स्वास्थ्य के क्षेत्र में रूस और ब्रिटेन ने आरएनए तकनीक से कैसर टीके विकसित किए है, जिनसे एआइ की मदद से पर्सनलाइज उपचार हो सकेगा। भारतीय वैज्ञानिकों ने भी सीएआर-टी सेल थेरेपी इलाज की नई संभावना जताई है। सरकार मानव पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) टीकाकरण अभियान शुरू करेगी, जिससे गर्भाशय कैंसर का खतरा समाप्त होगी। उसी प्रकार अमेरिका में पहली ऐसी दवा खोजी गई है जो वजन घटाने के साथ साथ दिल के दौरे रोकने में बीस प्रतिशत फायदेमंद है, यह दवा भारत में भी उपलब्ध रहेगी।
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