पटना, ११ जनवरी। देश और समाज के लिए कार्य करने वाले लोग सदा जीवित रहते हैं। मनुष्य अपनी कीर्ति में जीवित रहता है। ऐसे ही लोग याद किए जाते हैं और ऐसे ही लोगों और संस्थाओं से समाज का निर्माण होता है।यह बातें शनिवार को बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में सांस्कृतिक संस्था ‘नई दिशा परिवार’ के २९वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन करते हुए, बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने कही। इस अवसर पर उन्होंने सुप्रसिद्ध समाजसेवी कमलनयन श्रीवास्तव के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित, डा आरती कुमारी द्वारा संपादित पुस्तक ‘एक और दधीचि:कमलनयन श्रीवास्तव’ का लोकार्पण भी किया।
श्री यादव ने कहा कि कमलनयन जी संकल्प के धनी व्यक्ति हैं। इनकी विशेषता यह है कि जो ठान लेते हैं, उसे पूरा कर के ही दम लेते हैं। कठिनाइयाँ चाहे जितनी भी आए, वे अपने लक्ष्य पर अडिग रहते हैं। ये सांस्कृतिक चेतना के सफल संवाहक हैं। नई दिशा परिवार नयी पीढ़ी को मंच और प्रशिक्षण दे रहा है।समारोह के मुख्य अतिथि और सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा कि नई दिशा परिवार और कमल नयन श्रीवास्तव दोनों ही सबके हित का कार्य कर रहे हैं। जन-जन के कल्याण के लिए इस संस्था और कमल जी के कार्यों को लोग याद रखेंगे।स्थानीय सांसद और पूर्व मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि कमल नयन श्रीवास्तव समाज के लिए ‘वन मैन आर्मी’ की तरह काम करते रहे है। समाज को बनाने वालों में ऐसे लोगों की बड़ी भूमिका होती है। ये निःस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले विरले लोगों में हैं।
सभा की अध्यक्षता करते हुए साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने कहा कि ‘नई दिशा परिवार’ ने नई पीढ़ी को नई दिशा देने का कार्य कर रही है। विगत २८ वर्षों में संस्था के द्वारा छात्र-छात्राओं और माहिलाओं को रचनात्मक क्षेत्रों में प्रशिक्षण देने और उनके उत्साह-वर्धन के उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। उन्होंने कमल नयन श्रीवास्तव के सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यों को महत्त्वपूर्ण बताते हुए, उन्हें एक मूल्यवान संस्कृति-सेवी बताया। पद्मश्री डा गोपाल प्रसाद, पटना की उप महापौर रेशमी चंद्रवंशी, वरिष्ठ कवि भगवती प्रसाद द्विवेदी, राजेश वल्लभ, कवि प्रेम किरण तथा सूर्य प्रकाश ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर, कुमार देवांशु, रमेश कुमार, संजीत यादव तथा डा ज्योति प्रकाश को ‘बिहार गौरव अवार्ड’, डा सुमेधा पाठक, सागरिका राय, डा मीना कुमारी परिहार, डा सत्येंद्र शर्मा, ई रूपेश कुमार, राकेश कुमार, प्रेम कुमार तथा राजीव कुमार को ‘बिहार शिक्षा रत्न’ सम्मान से अलंकृत किया गया। तरुण राय को ‘माँ देवपति मेमोरियल अवार्ड’ दिया गया। अतिथियों का स्वागत संस्था के संरक्षक शिव प्रसाद मोदी ने तथा धन्यवाद-ज्ञापन संस्था के सचिव राजेश राज ने किया।
संस्था की ओर से एक कवि-सम्मेलन का भी आयोजन किया गया, जिसमें डा भगवती प्रसाद द्विवेदी, आराधना प्रसाद, डा आरती कुमारी, डा नीलम श्रीवास्तव, मधुरेश नारायण, डा सुनील कुमार उपाध्याय, श्वेता ग़ज़ल, बच्चा ठाकुर आदि कवियों और कवयित्रियों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। संस्था के कलाकारों द्वारा गीत, नृत्य और संगीत की भी अनेक प्रस्तुतियाँ की गयीं।