Kaushlendra Pandey /दिनांक 27 फरवरी 2025 को राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद् (एससीईआरटी) द्वारा बिहार के सरकारी विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 के बच्चों के साथ विज्ञान एवं गणित विषय के लिए चलाए जा रहे प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग कार्यक्रम के तहत राज्य स्तरीय मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन मंत्रा सोशल सर्विसेज तथा एजुकेशन एबव आल के सहयोग से एससीईआरटी परिसर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार तथा अन्य गणमान्यों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। शिक्षा मंत्री, अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग एवं अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं शॉल देकर किया गया। स्वागत संबोधन में मंत्रा के स्टेट लीड श्री नीरज दास गुरु द्वारा आज के कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का अभिनन्दन किया गया तथा राज्य के कोने-कोने से आए प्रतिभागी छात्र/छात्राओं एवं शिक्षक/शिक्षिकाओं के प्रयास को सराहा गया। बिहार शिक्षा परियोजना के जिला कार्यालय से आए सभी शिक्षक शिक्षा समन्वयक एवं सभी डायट प्रतिनिधियों की प्रेरक भूमिका को भी सराहा गया।
राज्य स्तरीय इस विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी में बिहार के विज्ञान व गणित शिक्षकों के प्रयासों को प्रदर्शित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया गया। इसमें बिहार के सभी 38 जिलों से चुने गए छात्र-छात्राओं एवं विज्ञान व शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रोजेक्ट्स को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही किलकारी के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं द्वारा विज्ञान विषय पर नाट्य की भी प्रस्तुति की गयी। छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान तथा गणित विषय को परियोजना आधारित पढ़ाई के माध्यम से सुगम एवं रोचक बनाते हुए विज्ञान तथा गणित शिक्षण के द्वारा 21 वीं सदी के कौशल जैसे आलोचनात्मक चिंतन, सहयोग, रचनात्मकता एवं संवाद कौशल को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्य स्तरीय मेला सह प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण गैलरी वाक के दौरान बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री तथा देश के जाने-माने उद्योगपति, इंफोसिस कंपनी के सह-संस्थापक एस. डी. शिबूलाल के द्वारा छात्रों द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट्स को ध्यान से देखना एवं बच्चों से बातचीत करना रहा। इसके अतिरिक्त, आज के कार्यक्रम में विज्ञान से जुड़े विद्वतजनों का पैनल डिस्कशन भी आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं ने विज्ञान और तकनीक के नवाचारों पर चर्चा की। इस चर्चा में छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया और उन्हें विज्ञान के व्यावहारिक अनुप्रयोगों से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय शिक्षा मंत्री, बिहार सरकार ने कहा कि SCERT परिसर में आयोजित PBL मेले में बच्चों द्वारा किए गए प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं। विज्ञान और गणित विषय को करके सीखने को बढ़ावा देने के लिए ऐसे मेलों का वार्षिक आयोजन आवश्यक है। सरकार शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके बजट में भी वृद्धि की गई है। आज का यह अनुभव प्रेरणादायक रहा, और यह बच्चों के उत्साह को बनाए रखने व उन्हें प्रोत्साहित करने का सही समय है। हमारा लक्ष्य है कि हमारे विद्यार्थी विद्यालय से निकलने के बाद दुनिया का आत्मविश्वास से सामना करें और समाज में सार्थक योगदान दें। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् की संयुक्त निदेशक, डॉ. रश्मि प्रभा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को आउट-ऑफ-द-बॉक्स सोचने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। उन्होंने सामाजिक जुड़ाव, नैतिक मूल्यों और डेटा-आधारित निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इन तत्वों को प्रोत्साहित करने से बच्चों का समग्र विकास संभव हो सकेगा।कार्यक्रम के दौरान राज्य स्तरीय मूल्यांकन समिति द्वारा सभी प्रोजेक्ट्स को बारीकी से देखा गया एवं बच्चों से जानकारी प्राप्त की गई। मूल्यांकन का आधार बच्चों द्वारा बनाए गए मॉडल की सरलता, प्रासंगिकता, रचनात्मकता, प्रभाव, सह्कार्यता और पुनर्प्रयोग को बनाया गया। सभी बच्चों के कार्यों की सराहना के साथ कार्यक्रम में अलग-अलग जिला से आए विद्यालयों को गणित और विज्ञान के उत्कृष्ट प्रदर्श के लिए पुरस्कृत तथा सम्मानित किया गया।गणित विषय के लिए चयनित विद्यालय हैं: मध्य विद्यालय पिंजरावां, उत्क्रमित मध्य विद्यालय चक्का नावकोटी, मध्य विद्यालय नियाजीपुर सिमरी, मध्य विद्यालय रतनसार छातापुर तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय सादिकपुर। विज्ञान विषय के लिए चयनित विद्यालय हैं:राजकीय मध्य विद्यालय खेमचंद बिगहा देव, मध्य विद्यालय हसनबाजार पिरो, उत्क्रमित मध्य विद्यालय कचौरा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय धनुकी सरमेरा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय लखनपार पुनपुन तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय दाऊद नगर वैशाली।इसके अतिरिक्त जितने भी छात्र-छात्रा एवं गणित तथा विज्ञान शिक्षक इस राज्य स्तरीय विज्ञान मेला सह प्रदर्शनी में प्रतिभाग किए उन्हें भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।राज्य शिक्षा शोध प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक सज्जन आर. (भा.प्र.से.) ने कहा कि, आज के राज्य स्तरीय मेला में SCERT द्वारा विशेष तौर पर छात्रों के साथ-साथ अभिभावकों को भी आमंत्रित किया गया है। अभिभावकों एवं बच्चों की प्रतिभागिता प्रशंसनीय है। अगले अकादमिक वर्ष से बिहार के सभी विद्यालयों में कक्षा 6 एवं उसके ऊपर NCERT की पुस्तकें चलेंगी। बिहार के विद्यालयों में अब कंप्यूटर की किताबों को शामिल किया जा रहा है इससे प्राइवेट विद्यालयों एवं सरकार के विद्यालयों के बीच अंतर कम होगा। प्रोजेक्ट बेस्ड लेर्निंग के लिए उत्साह को देखते हुए हम जल्द ही अन्य विषयों में करके सीखने की प्रक्रिया को बढ़ावा देंगे ताकि हरेक विषय में बच्चे सक्रिय एवं प्रभावी रूप से सीख सकें। इस राज्य स्तरीय आयोजन के मौके पर, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक श्री सज्जन आर., संयुक्त निदेशक डॉ रश्मि प्रभा, संयुक्त निदेशक प्रसाशन शुषमा कुमारी, विभागाध्यक्ष स्नेहाशीष दास, विभा रानी, सभी जिला के जिला शिक्षक शिक्षा समन्वयक, अमेरिका की संस्था रॉकफेलर से पैगी डुलानी, साइंस फॉर सोसाइटी के प्रोफेसर श्री अरुण कुमार, मंत्रा सोशल सर्विसेज के फाउंडर्स श्री संतोष मोर, श्रीमती खुशबु अवस्थी तथा प्रोजेक्ट डायरेक्टर श्री सौरभ सिंह के साथ-साथ कई गणमान्य अतिथियों ने शिरकत किया।