पटना: बिहार विधान परिषद में आज विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और अन्य मांगों को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने मीडिया से बातचीत में बढ़ते अपराधों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में हत्या, बलात्कार और अन्य अपराध चरम पर हैं, जिससे बिहार में अराजकता की स्थिति बन गई है।राबड़ी देवी ने दावा किया कि होली के दौरान दो दिनों में 22 हत्याएं हुईं, लेकिन सरकार केवल कागजी कार्रवाई कर रही है, जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी और विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह की हत्या का मुद्दा उठाते हुए पूछा कि अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।पीओएस दुकानदारों के कमीशन बढ़ाने की मांग.विपक्षी दलों ने पीओएस दुकानदारों के प्रति क्विंटल कमीशन को ₹90 से बढ़ाकर ₹300 करने की मांग की। साथ ही, सरकारी दफ्तरों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी सरकार से जवाब मांगा।राबड़ी देवी ने कहा,”सरकार गरीबों, दलितों और पिछड़ों की अनदेखी कर रही है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और गरीब बेटियों के साथ अत्याचार हो रहा है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही।”राबड़ी देवी का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना.इस विरोध प्रदर्शन के दौरान राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि”अगर मुख्यमंत्री शेर हैं, तो जंगल में क्यों नहीं जाते? बिहार में जंगलराज जैसी स्थिति बन गई है।”राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार ने सत्ता का नियंत्रण बीजेपी और आरएसएस को सौंप दिया है, जिससे अपराध बढ़ रहे हैं और जनता असुरक्षित महसूस कर रही है।विपक्षी दलों का यह विरोध प्रदर्शन सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति माना जा रहा है, जिसमें कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार और पीओएस दुकानदारों के कमीशन में वृद्धि जैसी मांगों को प्रमुखता दी गई है।
