Kaushlendra Pandey/बिहार सरकार, शिक्षा विभाग द्वारा गांधी मैदान, पटना में बिहार दिवस 2025 का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। बिहार दिवस के 113वीं वर्षगांठ को विशेष और ऐतिहासिक बनाने के लिए इस वर्ष की थीम “उन्नत बिहार, विकसित बिहार” निर्धारित की गई। समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों में बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी, श्री विजय कुमार सिन्हा, गरिमामयी उपस्थित में माननीय मंत्रीगण, विशेष उपस्थित में सांसदगण, विधायकगण एवं विधान पार्षदगण, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ तथा अन्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थिति रहे।इस समारोह की अध्यक्षता श्री सुनील कुमार, माननीय मंत्री, शिक्षा विभाग द्वारा की गई। इस समारोह में पर्यटन विभाग द्वारा बिहारी व्यंजनों का मेला आयोजित किया गया। साथ ही शिक्षा विभाग सहित राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाया गया है। जिसमें शिक्षा विभाग के मंडप में राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों, योजनाओं जैसे डिजिटल लर्निंग, स्कूल इन्फ्रस्ट्रक्चर में हो रहे विकास को प्रस्तुत किया गया। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, ग्रामीण विकास, सामाजिक कल्याण, पर्यटन, महिला एवं बाल विकास, एवं अन्य विभागों के स्टॉल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बना। इन मंडपों में विभागीय प्रतिनिधियों द्वारा विजिटर्स को योजनाओं की जानकारी दी जा रही है ।कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण:माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विभिन्न विभागों के स्टॉलों का अवलोकन किया गया। इसके उपरांत दीप प्रज्वलन कर मुख्यमंत्री ने बिहार दिवस समारोह की परंपरागत शुरुआत की। मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री ने गुब्बारे उड़ाकर समारोह का औपचारिक उद्घाटन किया।इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री का अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ द्वारा पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया। समारोह के पहले दिन गांधी मैदान में “हाँ बिहार हूं मैं” विषय पर लेजर शो दिखाया गया। इस शो के माध्यम से बदलती बिहार की तस्वीर प्रस्तुत किया गए। आज की मुख्य प्रस्तुति बॉलीवुड पार्श्व गायक श्री अभिजीत भट्टाचार्य की रही। उनके लोकप्रिय गीतों ने दर्शकों के बीच संगीत की मिठास घोल दी।श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में लोक एवं शास्त्रीय कलाओं का अद्भुत संगम देखने को मिला। लोकगीत गायक श्री कमलेश कुमार सिंह ने बिहार की माटी की खुशबू से सराबोर पारंपरिक गीतों से श्रोताओं को भावविभोर किया। इस अवसर पर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयलक्ष्मी द्वारा भरतनाट्यम नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम में शिक्षा विभाग, बिहार के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ भी विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने इस सांस्कृतिक प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रस्तुतियाँ बिहार की सांस्कृतिक चेतना को और सशक्त बनाती हैं तथा कला के माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश पहुंचाती हैं।साथ ही श्रीमती ममता जोशी की सूफी गायकी ने श्रोताओं के दिलों को छू लिया।रवींद्र भवन में आज ध्रुपद गायन में पं. जगत नारायण पाठक ने अपने सुरों से संगीत प्रेमियों को एक अद्वितीय अनुभव दिया। कथक नृत्यांगना सुश्री प्राची साहू की प्रस्तुति ने मंच को भाव-भावनाओं से भर दिया। भिखारी ठाकुर रंगमंडल द्वारा प्रस्तुत नाटक ने दर्शकों को लोकनाट्य परंपरा की झलक दी और सामाजिक सरोकारों से भी जोड़ा।बिहार दिवस का यह उत्सव राज्य की सांस्कृतिक विरासत और विकास की दिशा का एक सशक्त माध्यम भी है।
