Kaushlendra Pandey/पटना 24 मार्च 2025 /राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी की जानिब (ओर)से दावत-ए-इफ्तार राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी साहब के सरकारी आवास पर किया गया। इसमें हजारों की संख्या में रोजेदारों के साथ महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के साथ गणमान्य लोगों और महागठबंधन के सभी दलों के नेता ने शिरकत की। मेजबान की भूमिका में श्री लालू प्रसाद जी, पुर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव और जनाब अब्दुल बारी सिद्दीकी आने वाले सभी मेहमानों का स्वागत और इस्तकबाल कर रहे थे। रोजेदारों के लिए अलग से व्यवस्था की गई थी जिसमें नमाज पढ़ने की भी सुविधा थी। मौलाना हसीब एकरामुल हक ने मगरीब की नमाज अदा कराई।मगरिब की नमाज के पहले रोज़े और रमजान की अहमियत को तफसील से बताया गया। और सामूहिक दुआ की गई।लालू प्रसाद जी और तेजस्वी जी ने कहा कि ऐसे आयोजन साझी विरासत को मजबूती प्रदान करता है। इस मौके पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी,नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी के साथ हजारों की संख्या में रोजगारों ने भी सामूहिक दुआ की ।मूल्क की तरक्की, एकजैहती, भाईचारा और मोहब्बत लोगों में बनी रहे, इसके लिए दुआ की गई। और कहा गया कि मुल्क की गंगा जमुना संस्कृति इसे मजबूती मिलेगी।आगत अतिथियों को गुलदस्ता,टोपी एवं साफा भेंटकर इस्तकबाल किया गया।इस मौके पर महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, विभिन्न दलों के नेता जिसमें गुलाम गौस,पशुपति कुमार पारस, प्रिंस राज, सूरजभान सिंह, प्रतिमा दास, केडी यादव, रामबाबू, मिथिलेश झा, अली असरफ फातमी, उदय नारायण चौधरी, शिवानंद तिवारी,इसराइल मंसूरी, डॉ तनवीर हसन, सैयद फैसल अली, कारी शोएब, डॉ कांति सिंह, जय प्रकाश नारायण यादव , अख्तरुल इस्लाम शाहीन, अबु दुजाना, अशोक सिंह, आलोक कुमार मेहता, जावेद इकबाल अंसारी, विजय प्रकाश, शक्ति सिंह यादव,एजाज अहमद, डॉ अनवर आलम, चितरंजन गगन,महताब आलम, खुर्शीद आलम सिद्दीकी, आरजू खान, अखलाक अहमद, सारिका पासवान, बंटू सिंह, अशरफ सिद्दीकी, शाहनवाज आलम, अरुण यादव, भाई अरुण कुमार, बल्ली यादव, गुलाम रब्बानी, मौलाना नकीब, इनामुल हक, अरविंद साहनी, नंदू यादव, प्रोफेसर चंद्रदीप,अनिल साधु, कुमर राय सहित हजारों की संख्या में रोजेदार और अन्य लोग शामिल थे। विभिन्न मुस्लिम संगठनों के बड़ी संख्या में लोग भी शामिल थे।
