Kaushlendra Pandey/पटना 26 मार्च, 2025/वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ मुस्लिम संगठनों ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारते शरिया, खानकाह मुजीबिया, जमीतुल उलमा ए हिन्द, जमात इस्लामी, खानकाह रहमानी, जमात अहले हदीश सहित अन्य मुस्लिम संगठनों के द्वारा गर्दनीबाग, पटना में वक्फ संशोधन विधेयक वापसी की मांग को लेकर आयोजित विशाल महाधरना को संबोधित करते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद जी ने कहा कि साम्प्रदायिक शक्तियों के खिलाफ हमारा जो संकल्प है उससे हम किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे और देश में जो संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ वक्फ कानून लाया गया है उसकी वापसी के लिए आपके साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। इस तरह के जो अलोकतांत्रिक कार्य केन्द्र सरकार कर रही है उसका विरोध मजबूती से किये जाने की आवश्यकता है और इस तरह के आन्दोलन को हमारा हमेशा समर्थन मिलता रहा है और मिलता रहेगा।
इन्होंने कहा कि देश की गंगा जमुनी संस्कृति को भाजपा समाप्त करना चाहती है और उसमें जो भी दल उनके साथ खड़े हैं वो बेनकाब हो गये क्योंकि ऐसे लोग सत्ता के लिए भाजपा की नीतियों का समर्थन कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक जो केन्द्र सरकार ने लाया है ये कहीं से भी कानून सम्मत नहीं है और इस बिल के खिलाफ आपलोगों का जो महाजुटान किया है इसके लिए आप सभी का धन्यवाद करते हैं कि देश की संवैधानिक व्यवस्था बनाये रखने के लिए एकजुट होकर धरना दे रहे हैं। हमारी पार्टी और नेता लालू प्रसाद जी हमेशा आपके साथ खड़े रहे हैं। लालू जी बीमार होते हुए भी आपलोगों के साथ इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं यह बताने के लिए कि सत्ता रहे या जाय हमलोग इस बिल का लगातार विरोध करते रहे हैं और करते रहेंगे। सदन से लेकर सड़क तक इस मामले को आगे बढ़ाते रहे हैं और आज विधान सभा में राष्ट्रीय जनता दल और महागठबंधन ने हमारे नेतृत्व में जो कार्य स्थगन प्रस्ताव वक्फ संशोधन बिल के विरोध में लाया था उस पर सरकार विधान सभा की कार्यवाही स्थगित कर दी।
तेजस्वी ने आगे कहा कि संविधान को मानने वाले और गंगा जमुनी तहजीब को आगे बढ़ाने में एकजुट रहें। और हमारी पार्टी हमेशा ऐसे असंवैधानिक कार्यों का विरोध किया है और करती रहेगी। जेपीसी में जब ये मामले आये तब भी हमारी पार्टी ने इस बिल का विरोध किया और इस बिल के खिलाफ सदन में भी हमारा विरोध जारी रहेगा।
इन्होंने आगे कहा कि जो सत्ता में हैं उन्हें इस आन्दोलन से एहसास करना होगा कि सत्ता से बड़ी देश और देश की संवैधानिक व्यवस्था है। जो दल सत्ता में बने रहने के मोह में इस बिल का समर्थन कर रहे हैं वो कहीं न कहीं देश की गंगा जमुनी संस्कृति को कमजोर करना चाहते हैं और बाबा साहब के संवैधानिक व्यवस्था को समाप्त करने वालो के साथ खड़े होकर देश को कमजोर करना चाहते हैं।
इन्होंने आगे कहा कि इस लड़ाई में आप सभी अगर एक कदम आगे चलेंगे तो हमारी पार्टी आपके साथ चार कदम आगे चलने के लिए तैयार है। और इस बिल को किसी भी कीमत पर लागू नहीं करने देने के प्रति प्रतिबद्ध हैं। इसका हर स्तर पर विरोध करेंगे। इनकी साजिश देश को तोड़ने की है। वक्फ बिल के माध्यम से जो लोग वक्फ की संपत्ति हड़पना चाहते हैं उन्हें कभी भी कामयाब नहीं होने देंगे। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारते शरिया, जमीतुल उलमा ए हिन्द सहित सभी संगठनों के आन्दोलन के साथ खड़े हैं और रहेंगे। मुझे गर्व है कि हममें लालू जी का खून है और लालू जी ने कभी भी साम्प्रदायिक शक्तियों से समझौता नहीं किया। लालू जी आपलोगों के साथ हमेशा खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे। बीमार होने के बावजूद भी वो इस आन्दोलन में आपके साथ खड़े हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद और तेजस्वी प्रसाद यादव धरना स्थल पर वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में आयोजित धरना में शामिल हुए। इस अवसर पर पार्टी की ओर से बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता राज्य कार्यालय से अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 अनवर आलम के साथ धरना में शामिल हुए।
जिनमें प्रमुख रूप से श्री अब्दुल बारी सिद्दिकी, श्री उदय नारायण चौधरी, अली अशरफ फातिमी, महबूब अली कैसर, डॉ0 तनवीर हसन, रणविजय साहू, अख्तरूल इस्लाम शाहीन, मो0 नेहालुद्दीन, कारी मोहम्मद सोहैब, युसुफ सलाउदीन, शक्ति सिंह यादव, मो0 फारूक, एजाज अहमद, मुजफ्फर हुसैन राही, खुर्शीद आलम सिद्दिकी, गुलाम रब्बानी, मो0 महताब आलम, मो0 अफरोज आलम, मो0 मुश्ताक अहमद, सुनील कुमार सिंह, प्रो0 चन्देशखर, डॉ0 उर्मिला ठाकुर, मुन्नी देवी रजक, निरंजन राय, विजय कुमार मंडल, विनोद जायसवाल, सौरभ कुमार, डॉ0 अजय कुमार सिंह, अशोक कुमार पाण्डेय, कुमर राय, सरदार रणजीत सिंह,उपेन्द्र प्रसाद चन्द्रवंशी, चन्देश्वर प्रसाद सिंह सहित सैंकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समाज के नेता और कार्यकर्ता धरना स्थल पर उपस्थित थे।
