पटना 28 मार्च 2025:बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि नरेंद्र मोदी का मुसलमानों को सौगातें मोदी के माध्यम से मस्जिदों में पहुंच कर एक संदेश देना चाह रहे थे, वहीं दूसरी ओर योगी मुसलमानों के नमाज पढ़ने पर नित नये नए-नए प्रयोग करके रोक लगाने की बात कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश में देश का संविधान नहीं बल्कि योगी का बात चल रहा है और इस तरह के कार्यों से मोदी पूरी तरह से योगी के सामने फीके पड़ गए हैं । जिस दिन से मोदी ने 32 हजार मस्जिदों में सौगात मोदी भेजने की बात की है, उसी दिन से देशभर में योगी के विचारों के अनुसार नमाज पढ़ने पर तरह-तरह के विचार भाजपा नेता के द्वारा दिए जा रहे हैं और नमाज पर पाबंदियों की बातें सामने लाकर के मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की हवा योगी ने निकाल दिया।
एजाज ने आगे कहा कि लगातार हक और अधिकार की बात को लेकर मुसलमान सरकार तक अपनी बातें पहुंचा रहे हैं और सरकार से संवैधानिक व्यवस्था के तहत कार्य करके देश की एकता को मजबूत बनाने की मांग कर रहे ,हैं वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार वक्फ संशोधन विधेयक के माध्यम से उनके हक और अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है। केंद्र हो या राज्य सरकार लोकतंत्र में सरकार प्रत्येक नागरिक को उसका हक और अधिकार देकर उसे मजबूत करती है, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार मुसलमान के हक और अधिकार को ही छीनने के लिए आतुर है।जहां एक तरफ भाजपा 32 हजार मस्जिदों में अपने कार्यकर्ताओं को भेज कर मुसलमानों को ईद का सौगात देने की बात कर रही है,वहीं दूसरी ओर संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ जाकर उनको हर तरह से प्रताडित कर रही है ,और अब तो नमाज पढ़ने पर भी तरह-तरह की पाबंदी की बातें सामने आ रही है और साथ ही वक्फ संपत्ति को छीनने का प्रयास कर रही है। इस तरह की दोहरी नीति अपना कर भाजपा करना क्या चाहती है यह उसे स्पष्ट करना चाहिए। भाजपा नेताओं को यह भी बताना चाहिए कि मुसलमान के खिलाफ नफरत का माहौल कब समाप्त करेंगे। कब उनके खिलाफ नफरत की भाषा बंद करेंगे और कब मुसलमान को उसके हक और अधिकार देने के लिए धारा 341 में संशोधन करके पसमांदा मुसलमान को आगे बढ़ाने का कार्य करेंगे। और साथ ही साथ मुसलमान के प्रति जिस तरह की भाषा मर्यादाहीन और कहीं ना कहीं वैमनस्य बढ़ाने वाली होती है, उसे कब रोकेंगे।
एजाज ने आगे कहा कि भाजपा को यह भी स्पष्ट करना चाहिए की एक तरफ मुसलमान को उसके हक और अधिकार से वंचित करने के लिए नित नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र में सौगात के नाम पर राजनीति लाभ के लिए ऐसे लुभाने विचार लेकर आई है लेकिन देश का मुस्लिम समाज समझ रहा है कि भाजपा की राजनीति सिर्फ वोट की राजनीति होती है मुस्लिम समाज को हक अधिकार देने की बात जब भी होती है तो भाजपा चुप्पी साध लेती है और उनको हक और अधिकार से वंचित करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं ।