Kaushlendra Pandey /नई दिल्ली ब्यूरो, 3 अप्रैल 2025 – लोकसभा में बुधवार देर रात वक्फ संशोधन कानून, 2025 पर ऐतिहासिक मतदान हुआ। रात 12:41 बजे हुए इस मतदान में 288 सांसदों ने पक्ष में और 232 ने विरोध में मतदान किया। इस महत्वपूर्ण निर्णय के साथ लोकसभा ने एक नए अध्याय की शुरुआत की है।
इस कानून को लेकर संसद में लंबे समय से बहस चल रही थी। पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने इस पर अपने-अपने तर्क रखे। अंततः लोकसभा ने बहुमत से इस संशोधन को मंजूरी दे दी।
यह कानून वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन, पारदर्शिता और उपयोग को लेकर कई बदलाव लाने वाला है। सरकार का दावा है कि इससे वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली में सुधार होगा और अनियमितताओं पर अंकुश लगेगा। हालांकि, विपक्ष ने इस कानून को लेकर कई आपत्तियाँ जताई थीं।
अब यह कानून राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहाँ इसे लेकर एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी तेज़ हो सकती है। यदि वहाँ भी इसे मंजूरी मिलती है, तो यह जल्द ही राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद लागू हो सकता है।
इस कानून के प्रमुख बिंदु:
वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता और निगरानी
प्रबंधन प्रक्रिया को अधिक सशक्त बनाने के प्रावधान
अनियमितताओं पर रोक लगाने के लिए सख्त नियम
देशभर में इस फैसले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ देखने को मिल रही हैं। कुछ इसे ऐतिहासिक सुधार मान रहे हैं, तो कुछ इसे विवादास्पद बता रहे हैं। अब निगाहें राज्यसभा पर टिकी हैं, जहाँ इस बिल का भविष्य तय होगा।