Kaushlendra Pandey/पटना, 09 अप्रैल 2025 – बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित स्तरीय निपुण TLM मेला 2.0 के दूसरे दिन का आयोजन शिक्षकों की नवाचारी प्रस्तुतियों और शैक्षणिक साधनों के गहन मूल्यांकन के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में निर्णायक मंडल के विषय विशेषज्ञों ने जिलावार एवं विषयवार प्रत्येक स्टॉल का निरीक्षण कर टीचिंग लर्निंग मैटेरियल (TLM) की गुणवत्ता और शैक्षणिक उपयोगिता का मूल्यांकन किया।
इस मूल्यांकन के आधार पर प्रत्येक विषय में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए। इसके साथ ही उत्कृष्ट प्रयास हेतु सांत्वना पुरस्कार भी दिए गए — जिनमें हिंदी (6), अंग्रेज़ी (6), गणित (8), उर्दू (3) और पर्यावरण अध्ययन (7) शामिल हैं। सभी प्रतिभागी शिक्षकों को सहभागिता प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, डॉ. एस. सिद्धार्थ ने भी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सभी TLM स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने शिक्षकों के द्वारा बनाए गए शैक्षणिक साधनों की सराहना करते हुए कहा:
“यह नवाचार बच्चों की शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सरल और आनंदमय बनाएगा। विद्यार्थी अवधारणाओं को सहजता से समझ सकेंगे, क्योंकि ये TLM संबंधित कक्षा के पाठ्यक्रम के अधिगम प्रतिफलों पर आधारित हैं।”
इस अवसर पर SCERT निदेशक श्री आर. सज्जन और निदेशक, प्राथमिक शिक्षा श्रीमती साहिला भी उपस्थित रहीं। उन्होंने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की और TLM के उपयोग को शैक्षिक सुधार की दिशा में एक सशक्त कदम बताया।
TLM के प्रभाव, निर्माण और कक्षा में उपयोगिता पर आधारित परिचर्चा सत्र में संयुक्त निदेशक (डायट) डॉ. रश्मि प्रभा, कार्यक्रम समन्वयक डॉ. सुनिता सिंह, डॉ. जैनेन्द्र दोस्त तथा श्री अरविंद कुमार (शिक्षक, मध्य विद्यालय गुरारू मिल्स, गया) ने विचार साझा किए।
कार्यक्रम के अंत में विजेता शिक्षक प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल शिक्षकों की सृजनशीलता को मंच प्रदान करने वाला साबित हुआ, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए संसाधनों के नवाचार की दिशा में एक सराहनीय पहल भी रहा।