प्रियंका भारद्वाज/लखनऊ ब्यूरो। ‘भारत रत्न’ बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती एवं बाबा साहब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ के स्थापना दिवस समारोह-2025 के अवसर पर आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।
इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन समर्पण, संघर्ष और सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “भारत का उपनिषद कहता है—’आ नो भद्राः क्रतवो यन्तु विश्वतः’ यानी विचारों व ज्ञान के लिए सभी द्वार खुले रहने चाहिए। बाबा साहब ने अपने जीवन में इसी विचार को अपनाया और आगे बढ़ाया।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब यह भलीभांति जानते थे कि किसी भी समाज के सर्वांगीण विकास की आधारशिला शिक्षा है। बिना शिक्षा के न तो व्यक्ति का विकास संभव है और न ही राष्ट्र का। उन्होंने बाबा साहब के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जीवनपर्यंत दलित, वंचित और पिछड़े वर्गों को शिक्षा एवं अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया।
समारोह में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, व्याख्यानों और प्रदर्शनी के माध्यम से बाबा साहब के विचारों को साझा किया गया। विश्वविद्यालय परिसर को विशेष रूप से सजाया गया था और छात्रों के बीच जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय प्रशासन को बधाई दी और बाबा साहब की पावन स्मृतियों को नमन करते हुए सभी को उनके आदर्श