नालंदा – 5 वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार 21 जून को नालंदा जिला मुख्यालय बिहार शरीफ के योग पार्क सोहसराय मैदान में तकरीबन 500 से अधिक साधकों तथा आम जन ने योग किया।
समारोह का विधिवत उद्घाटन पतंजलि योग समिति के प्रदेश संरक्षक उदय शंकर प्रसाद,जिला संरक्षक सुनील कुमार, जिला मीडिया प्रभारी राकेश बिहारी शर्मा, भारत स्वाभिमान नालन्दा के प्रभारी इंजीनियर रविशंकर,योग शिक्षिका संगीता आर्या तथा समाजसेवी राजेन्द्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से मंगल दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
तत्पश्चात पतंजलि योग समिति नालंदा के जिलाध्यक्ष योगाचार्य योग गुरु रामजी प्रसाद यादव और उनकी टीम के निर्देशन में योग साधकों ने योग करने के साथ ही साथ निरोग रहने के टिप्स भी बीच -बीच में सिखाते रहे।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर शुक्रवार की अहले सुबह से ही साधक योग पार्क सोहसराय के परिसर में पहुंच गए। योगाचार्य, योग गुरु रामजी प्रसाद यादव ने योग के एक-एक आसन बताए और उनके सहयोगियों ने लोगों को क्रियात्मक योग सिखाए। लगभग एक घंटे तक योग साधकों ने तन्मयता के साथ बाकायदा योग किया। इस दौरान योगाचार्य रामजी प्रसाद यादव ने योग के हर आसन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। किस आसन को करने से क्या लाभ होता है, इसके बारे में भी बताया।
योग ही है निरोग रहने का मुख्य मार्ग : रामजी प्रसाद यादव
योगाचार्य योग गुरु रामजी प्रसाद यादव ने मौके पर कहा कि तन एंव मन की शुद्धि के लिए योग जरूरी है। विश्व का हर व्यक्ति चाहता है कि उसका जीवन रोगमुक्त हो, स्वस्थ्य हो। इन सबको अगर किसी मार्ग से पाया जा सकता है तो वह योग का ही मार्ग है। उन्होंने मुक्त कंठ से विश्व योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेवजी ने योग की अहमियत पूरे विश्व को बताया। उन्हीं की वजह से विश्व के कई देशों में योग हो रहा है। भारत योग के जरिए विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि योग द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शान्ति एवं आध्यात्मिक उपलब्धि तीनों ही सम्भव है। पतंजलि ने केवल सिद्धान्त दिया। किन्तु विश्व योग ऋषि स्वामी रामदेव जी ने उसे और विकसित स्वरूप देते हुए उसका क्रियात्मक पक्ष समाज के समक्ष प्रस्तुत किया। योग को जनसामान्य के लिए सुलभ बना दिया।
इस मौके पर योग समिति के मीडिया प्रभारी राकेश बिहारी शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि दुनियाभर में आज 5 वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 के लिए थीम निर्धारित किया गया है “क्लाइमेट एक्शन” जो की 21 जून को ही साल का सबसे बड़ा दिन होता है। उन्होंने कहा कि – “दश कूप समा वापी, दशवापी समोहद्रः। दशहृद समः पुत्रो, दशपुत्रो समो द्रुमः।” पर्यावरण के संतुलन में वृक्षों के महान योगदान एवं भूमिका को स्वीकार करते हुए मुनियों ने बृहत् चिंतन किया है। मत्स्य पुराण में उनके महत्व एवं महात्म्य को स्वीकार करते हुए कहा गया है कि दस कुओं के बराबर एक बावड़ी होती है, दस बावड़ियों के बराबर एक तालाब, दस तालाबों के बराबर एक पुत्र है और दस पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। जलवायु परिवर्तन वास्तव में तापमान में वृद्धि कर रहा है और इसका नकारात्मक प्रभाव कृषि, आजीविका, वन, जल निकायों और लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। योग के माध्यम से हम प्रकृति से तादात्म स्थापित कर उसके संरक्षण की प्रवृत्ति मनुष्य के अन्दर उत्पन्न कर सकते हैं एवं प्रकृति के दोहन से भविष्य में मानव जीवन पर जो घोर विपत्तियां आने वाली हैं उनसे बच सकते हैं। पर्यावरणीय तत्वों में समन्वय होना ही सुख शांति का आधार है। दूसरे शब्दों में पदार्थों का परस्पर समन्वय ही शांति है। यही प्रकृति का योग है। सभी लोग धरती को हरियाली से अच्छादित कर पर्यावरण को संतुलित करें तभी मानव का प्रकृति के साथ योग होगा। साथ ही साथ योग को अपनाकर मन-मस्तिष्क का स्वास्थ्य ही नहीं, सामाजिक मूल्य भी सहेजे जा सकते हैं।
पतंजलि योग समिति के प्रदेश संरक्षक उदय शंकर प्रसाद ने कहा कि मानव अपने जीवन की श्रेष्ठता के चरम पर योग के माध्यम से ही आगे बढ़ सकता है। इसलिए सभी को योग का महत्व को समझना होगा। योग व्यायाम नहीं, योग विज्ञान का चौथा आयाम या उससे भी आगे है। उन्होंने कहा कि योग भविष्य का धर्म और विज्ञान है। भविष्य में योग का महत्व बढ़ेगा। यौगिक क्रियाओं से वह सब कुछ बदला जा सकता है। जो हमें प्रकृति ने दिया है और वह सब कुछ पाया जा सकता है जो हमें प्रकृति ने नहीं दिया है। योग से होने वाले फायदे के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि – हर दिन अपने दिन की शुरुआत सूर्यनमस्कार से करें। यदि आप एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीना चाहते हैं, तो अपने व्यस्त कार्यक्रम में से कुछ समय निकालकर कुछ सांस लेने के व्यायाम करें और रोजाना कुछ मिनट के लिए योग करें।
– रोजाना योग करने से आप अपनी ध्यान क्षमता बढ़ा सकते हैं। इससे याददाश्त और प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है।
– योग के जरिए आपकी मांसपेशियों में होने वाला दर्द दूर होता है। आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बेहतर बनाने मं यह मदद करता है।
– यह आपके शरीर को मजबूत बनाने और रीढ़ को स्थिर करने में मदद करता है। इससे पीठ दर्द, तनाव और अवसाद को दूर कर सकते हैं।
– यह आपके मन, शरीर और आत्मा को स्थिर करता है और शांति और आनंद से आपको भर देता
योग दिवस के मौके पर गुरुकुल धसेड़ा हरियाणा के योग प्रशिक्षक प्रभाकर रंजन ने योग के कठिन-कठिन आसनों का प्रदर्शन किया और सभी को सिखाया।
इस अवसर पर भारत स्वाभिमान के जिला प्रभारी इंजीनियर रविशंकर, पतंजलि गोग समिति के सह प्रभारी विनय कुमार, जदयू के प्रदेश महासचिव मेहता ज्ञानचंद, विरायतन के प्रबन्धक एवं एम डब्ल्यू टीम सक्रिय सदस्य अंजनी कुमार, डॉ. रामधीन सिंह, धीरज कुमार, योग शिक्षिका संगीता आर्या, सतेन्द्र कुमार, डॉक्टर गंगा विशुन पंडित, अजय कुमार निराला, सुनील कुमार यादव, राजेश कुमार, अनिल खत्री, पंकज कुमार, चिंता देवी, सुरेन्द्र रविदास, श्याम सुन्दर, नरेश कुमार वर्मा सहित कई लोग मौजूद थे।
कंट्री इनसाइड न्यूज
डी.एस.पी. सिंह