आरा । बिहार के भोजपुर जिले के आरा सदर अस्पताल में शुक्रवार को कुव्यवस्था को देखकर शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने काफी हो-हंगामा मचाया। शिव सेना के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अनियमितता बरते जाने का भी आरोप लगाया। इस दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष के अलावा अन्य विभागों में जाकर रोष जताया। इसे लेकर काफी देर अफरातफरी मची रही। इस दौरान सदर अस्पताल, आरा के अधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिन्हा से भी वार्ता की। कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने पर आक्रोश शांत हुआ। अधीक्षक ने गड़बड़ी करने वाले दो कर्मियों को संबंधित पदस्थान से हटाए जाने की बात कही है। दरअसल, बताया जा रहा है कि पूर्व से प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत शिव सेना के नेता व कार्यकर्ता शुक्रवार की दोपहर सदर अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान खामियों को देखकर भड़के उठे। शिवसेना के प्रदेश सचिव विक्रमा दित्य ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल के इमरजेंसी कक्ष में मरीजों से रजिस्ट्रेशन शुल्क दो रुपये के बदले पांच रुपये लिया जा रहा था। धांधली को लेकर अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई गई। इसी तरह 18 नंबर महिला दवा वितरण केन्द्र बंद पाया गया। अल्ट्रासाउंड सेवा शुरू नहीं होने के चलते मरीज परेशान दिखे। सौ स्टाफ के बजाय ड्यूटी पर 22 स्टाफ ही नजर आए। आईसीयू वार्ड के बाहर ताला लटका पाया गया। ब्लड जांच शुल्क अधिक लेने संबंधी भी आरोप लगाया गया। जबकि, संचालक के अनुसार नियमानुसार दर निर्धारित है। वहीं जिला स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मरीजों को हर दिन सही ढंग से इलाज किया जाता है।
ब्यूरो चीफ, भोजपुर