धनबाद झरिया चौथाई कुली निवासी मोहम्मद हैदर अली का 20 वर्षीय पुत्र मोहम्मद अमीर हसन अली उर्फ चांद के जज्बे को धनबाद के लोग सलाम करते हैं । आपने तो सुना ही होगा कि जब जज्बा हो कुछ कर दिखाने का तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है इस बात को सही साबित किया है चौथाई कुली झरिया निवासी मोहम्मद हैदर अली के पुत्र मोहम्मद अमीर हसन अली ने पेसे से मोटर वाइंडिंग का कार्य करने वाले मोहम्मद हैदर अली ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनका 20 वर्षीय पुत्र ऐसा काम करेगा जिससे उनका छाती गर्व से चौड़ा हो जाएगा । मोहम्मद हैदर अली के 5 पुत्र एवं एक पुत्री है सबसे छोटा पुत्र मोहम्मद अमीर हसन अली है जिसने सिर्फ चौथी कक्षा तक ही पढ़ाई की है उन्होंने एक साइकिल पर स्कूटर का इंजिन फिट कर हवा से चलने वाली साइकिल बनाया है जो हवा से चलेगी । 3 साल पहले मोहम्मद अमीर हसन अली ने सिंदरी रोड झरिया के किड्स गार्डन स्कूल के निकट एक मोटरसाइकिल रिपेयरिंग का गैरेज खोला था जब उनका उम्र मात्र 17 वर्ष था तब लोगों को लगता था कि इतना कम उम्र में यह लड़का गैरेज चला पाएगा भी या नहीं चला पाएगा और तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि एक दिन यह लड़का अपने जज्बे को धरातल पर उतार सकेगा । आज उनके जज्बे को धरातल पर देखकर लोग काफी हैरान है और बहुत खुश भी।
इन चीजों का किया इस्तेमाल ,,,,,,,,,,,,,,,
हवा से चलने वाली साइकिल बनाने में हीरो रेंजर साइकिल ,150 सीसी का स्कूटर इंजन ,कम्प्रेशर ,पम्प ,हवा इकट्ठा करने वाला टंकी ,टंकी में हवा कितना है बताने के लिए मीटर ।
चौथी कक्षा तक कि पढ़ाई ,,,,,,,,,,,,,,
मोहम्मद अमीर हसन ने शमशेर नगर स्थित बोर्ड उर्दू स्कूल में महज चौथी कक्षा तक पढ़ाई की है कभी किसी इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सोचा तक नहीं था मगर उनके इस आविष्कार ने यह साबित कर दिखाया है कि यदि सच्चाई और लगन के साथ काम किया जाए तो कुछ भी नामुमकिन नही है इसी जज्बे के साथ उन्होंने हवा से चलने वाली एक साइकिल का आविष्कार किया ।
स्कूटर के इंजन को साइकिल में किया फिट ,,,,,,,,,,,,,
मोहम्मद अमीर हसन अली ने डेढ़ सौ सीसी के स्कूटर इंजन को साइकिल में फिट किया इंजन स्टार्ट करने के लिए पेट्रोल का इस्तेमाल किया जाता है इंजन स्टार्ट करने पर कंप्रेसर हवा बनाकर पंप के द्वारा टंकी में हवा इकट्ठा करता है एक बार टंकी फूल करने में लगभग 50 ग्राम पेट्रोल की आवश्यकता होती है ।पांच मिनट में टंकी में हवा फुल हो जाता है उसके बाद इंजन को ऑफ कर आप साइकिल चला सकते हैं साथ हीं साथ चलते साइकिल में भी आप इंजन स्टार्ट कर हवा बना कर साइकिलिंग का मजा ले सकते हैं ।
टंकी में हवा फूल होने के बाद 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 25 किलोमीटर दौड़ेगी साइकिल,,,,,,,,,,,,,
टंकी में एक बार हवा फुल करने में 5 मिनट का समय लगता है जिसके बाद 25 किलोमीटर तक साइकिल हवा से चलेगी एवं 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से साइकिल दौड़ेगी ।
मोहम्मद अमिर हसन अली ,,,,,,,,,,
मुझे शुरू से कुछ अलग करने की चाहत थी जिसे लेकर मैं हमेशा कुछ अलग सोचता था आज उसी सोच का नतीजा है कि मैंने यह साइकिल बनाया है मैंने भी कभी नहीं सोचा था कि मैं ऐसा कर सकता हूं पर मुझे एक जुनून था की मैं कुछ अलग करूं कुछ ऐसा करुं जिसे दुनिया देखे ।
हवा से चलने वाली साइकिल बनाने में मोहम्मद अमीर हसन अली को 45 दिनों का वक्त लगा उन्होंने 45 दिनों में ही साइकिल का डिजाइन एवं मशीनरी चीजों को कैसे इस्तेमाल किया जाए सोचा समझा और यह साइकिल बनाया ।
धनबाद ब्यूरो