बुधवार को विधानसभा में रिकॉर्ड संख्या में सवाल पूछे गए। पहली पाली में होने वाले प्रश्नोत्तर काल में 52 सवाल पूछे गए। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने इसे ऐतिहासिक बताया। हालांकि सभी सवालों के जवाब नहीं हुए। तीन सदस्य अनुपस्थित थे तो एक-दो सवाल दूसरे विभागों को स्थानांतरित किए गए।
प्रश्नोत्तर काल में पहला और अंतिम सवाल लघु जल संसधन मंत्री नरेन्द्र नारायण यादव से ही पूछा गया। सदस्यों की ओर से आभार जताए जाने पर सभाध्यक्ष ने कहा कि 52 सवाल पूछे जाने का श्रेय सदन के सभी सदस्यों को जाता है। अगर सदस्य विधानसभा की वेबसाइट पर जवाब पढ़कर आएं तो और सवाल पूछे जा सकते हैं।
तीन मंत्रियों के जवाब को चुनौती
जल संसाधन मंत्री संजय झा के जवाब पर प्रश्नकर्ता राजद के अब्दुस सुबहान ने चुनौती दी कि अगर जवाब सही निकला तो वे विधानसभा से इस्तीफा दे देंगे। मंत्री ने कहा कि वे जवाब की जांच कराएंगे। विपक्षी सदस्यों ने गलत जवाब देने वालों पर कार्रवाई की मांग की।
हस्तक्षेप करते हुए सभाध्यक्ष ने कहा कि अगर किसी के जवाब से सरकार की गलत छवि बनती है तो वैसे अधिकारियों पर कार्रवाई अपेक्षित है। दोषी पर कार्रवाई होनी ही चाहिए। वहीं सत्तापक्ष जदयू की रंजू गीता ने ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार और जनार्दन मांझी ने ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार के जवाब को गलत बताया। दोनों मंत्रियों ने भी जवाब की फिर से जांच कराने की बात कही।