शिमला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचलियों से किए गए वादे को आयात शुल्क बढ़ाकर पूरा कर दिया है। आयात शुल्क बढ़ाने से प्रदेश के बागवानों को सेब के बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है।… । सेब सीजन शुरू होते ही केंद्र सरकार ने हिमाचल को अमेरिका के सेब पर 70 फीसद आयात शुल्क लगाकर बड़ी सौगात दी है। हिमाचली सेब अमेरिका के सेब को टक्कर नहीं दे पा रहा है। इस कारण हिमाचली सेब के दाम बाजार में बेहतर नहीं मिल रहे हैं। अब अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क को 50 फीसद से बढ़ाकर 70 फीसद करने से हिमाचल के एक लाख से अधिक सेब उत्पादक परिवारों को सेब के बेहतर दाम मिलेंगे।
अमेरिकी सेब पर आयात शुल्क
बढ़ने से उसके दाम अधिक होंगे। ऐसे में उसके मुकाबले हिमाचली सेब की मांग बढ़ेगी। इससे हिमाचली सेब का रंग और निखरने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचलियों से किए गए वादे को आयात शुल्क बढ़ाकर पूरा कर दिया है। हिमाचल में हर साल 4.50 हजार करोड़ की सेब पैदावार होती है। अब आयात शुल्क बढ़ाने से प्रदेश के बागवानों को सेब के बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है। हिमाचल सरकार सेब पर आयात शुल्क को बढ़ाने की मांग लगातार कर रही थी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने वर्ष 2000 में सेब पर आयात शुल्क को 50 फीसद किया था। आयात शुल्क बढ़ने से हिमाचल के बागवानों की चेहरे खिल गए हैं। उन्हें सेब की बेहतर दाम मिलने की उम्मीद है। भारत में विदेश से आने वाले सेब में सबसे ज्यादा सेब का आयात चीन व अमेरिका से होता है। इसके अलावा अन्य देशों से भी सेब का आयात हो रहा है। हिमाचल सरकार के साथ-साथ प्रदेश के लाखों बागवान सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने की मांग कर रहे थे।
केंद्र सरकार के समक्ष सेब पर आयात शुल्क बढ़ाने का मामला कई बार उठाया था। आयात शुल्क बढ़ने से
हिमाचली सेब का उचित मूल्य मिलेगा जिससे बागवानों को लाभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल की बहुत बड़ी मांग पूरी कर सेब उत्पादकों को राहत प्रदान की है।
अवनीश कु मिश्रा
शिमला