भोजपुर – भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री संजय कुमार राकेश की अध्यक्षता में जल शक्ति अभियान पर आधारित विचार -विमर्श, कार्य योजना तथा भावी रणनीति तैयार करने हेतु बिहिया एवं कोइलवर प्रखंड में बैठक की गई तथा क्षेत्र भ्रमण किया गया। उन्होंने कोईलवर प्रखंड के बीरमपुर पंचायत के कृतपुरा गांव में मनरेगा योजना के तहत 244 लाख की प्राक्कलित राशि द्वारा उड़ाही किये गये तालाब को देखा। इस तालाब के चारों ओर वन विभाग द्वारा सागवान, महोगनी ,गम्भार के पौधे लगाए गए हैं। उन्होंने जल संरक्षण हेतु निर्मित तालाब तथा वृक्षारोपण कार्य की सराहना की। तत्पश्चात कोइलवर प्रखंड कार्यालय मैं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। बैठक में अधिकारियों ने जल संरक्षण हेतु सतही जल एवं भूगर्भ जल के संरक्षण के दिशा मे तकनीकी विधियों का प्रयोग कर कार्यक्रम कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। संयुक्त सचिव ने वर्तमान परिवेश एवं जल संकट की समस्या को देखते हुए तालाब आहर के निर्माण एवं उड़ाही करने ,सोख्ता बनाने ,वाटर हार्वेस्टिंग करने को कहा। मौके पर उपस्थित जिलाधिकारी ने जल संरक्षण अभियान को जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान करने हेतु जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाने तथा सरकारी एवं गैर सरकारी स्तर पर जल संचय के लिए सामूहिक प्रयास करने को कहा।
उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति द्वारा एक पौधा लगाने तथा उसकी देखभाल करने को कहा। इस अवसर पर सकड्डी पंचायत के मुखिया श्रीमती श्वेता सिंह ने कहा कि उनके द्वारा सकड्डी पंचायत में 3 तालाब की उड़ाही की गई है तथा पंचायत में हर घर नल का जल के तहत 19 वार्डों में कार्य शुरू है। उन्होंने इस अभियान को गति प्रदान करने हेतु जनप्रतिनिधियों द्वारा अपेक्षित सहयोग प्रदान करने का विश्वास जताया। संयुक्त सचिव ने सकड्डी पंचायत के मुखिया के कार्य की सराहना की तथा अन्य पंचायतों में भी इसी तरह के जल संरक्षण की दिशा में कार्य करने की अपील की ।उन्होंने सकड्डी पंचायत मे जल संरक्षण हेतु संचालित कार्यों पर आधारित सक्सेस स्टोरी बनाने की आवश्यकता जताई। जिला कृषि पदाधिकारी श्री संजय नाथ तिवारी ने कहा कि खेत का पानी खेत में ही रहे तथा गांव का पानी गांव में ही रहे। साथ ही खेत में मेड़बंदी का कार्य करने एवं उस पर वृक्षारोपण कर जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सकता है। कोईलवर प्रखंड मैं जल संचय पर आधारित भोर संस्था द्वारा नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। नुक्कड़ नाटक द्वारा यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि आधुनिकीकरण की अंधी दौड़ में मानव ने अपने निजी हितों की पूर्ति के लिए वृक्षों की अंधाधुंध कटाई की है जिसके कारण हम पानी का विश्वव्यापी संकट झेलने की ओर उन्मुख हैं। इसके पूर्व संयुक्त सचिव ने बिहिया प्रखंड कार्यालय में प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में पंचायत प्रतिनिधियों से बिहिया प्रखंड में पानी की वर्तमान स्थिति के बारे में फीडबैक प्राप्त किया गया तथा जल संरक्षण के लिए प्रतिनिधियों द्वारा आगामी दिनों में किए जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। बैठक में जल संरक्षण के विभिन्न तकनीकी पहलुओं से अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया। संयुक्त सचिव के संपूर्ण कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त श्री शशांक शुभंकर डीआरडीए निदेशक प्रमोद कुमार जिला कृषि पदाधिकारी श्री संजय नाथ तिवारी स्वच्छ भारत प्रेरक श्री निखिल कुमार सहित कई अधिकारी गण मौजूद थे।
बिहार, ब्यूरो