सहरसा जिला के अंतर्गत नोहटा ब्लॉक के सात पंचायत के घरों में पानी घुस जाने से गरीब बच्चे बूढ़े में हाहाकार मच गया तकरीबन 150 घर पानी में जल मग्न होने की आशंका है वही
बिहार सरकार लाखो करोड़ो रुपए देकर कोसी बांध की रोकथाम के लिए रुपए खर्च करते हैं लेकिन उसका फायदा यहां के जनता को नहीं मिल पाता है जल में डूबे घर बच्चे बूढ़े गाय भैंस भूख प्यास से मरने को है लेकिन नौहटटा ब्लॉक के पदाधिकारी एवं सहरसा जिला के पदाधिकारी कान में तेल दे करके सोए हुए हैं जनता का कहना है हमारे से सिर्फ वोट मांगने आते हैं वोट मांगने के बाद दर्शन तक नहीं देते हैं यही हमारे अकेली पंचायत के साथ पंचायत ऐसा है
जो पानी से जलमग्न है बांध कितने घरों में तो चूल्हा तक चलना मुश्किल हो गया है खाने के लिए घरों में चुरा डालमुट भी नहीं है
आखिर या जनता क्या करें किसके भरोसे भरोसे देने वाले बहुत आते हैं बहुत ले करके चले जाते हैं लेकिन इनकी समस्या कोन सुने हमारे भगवान या हमारे बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी एसडीआरएफ की टीम पहुंचकर जहां पर लोग फंसे हुए हैं वहां से निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं
बांध की भी टूटने की समस्या आ रहा है
एसडीओ शंभू नाथ द्वारा जनता से आश्वासन देकर के चले जाते हैं लेकिन यहां की भुखमरी ऐसी है एक गिलास पानी के लिए भी मोहताज
प्रीत पब्लिक ने हमारे सरकार से मांग की है हमारे साथ जो बाढ़ पीड़ित से समस्या है इस को जल्द से जल्द सुलझाएं और बाढ़ प्रीत से खाने-पीने की जो भी विधि विधि व्यवस्था है उसको जल्द से जल्द हम लोग को मिले है खबरें का सिलसिला जारी रहेगा
वाइट:- एसडीओ शंभूनाथ
वाईट:- ग्रामीण अशोक कुमार यादव
सहरसा से संवादाता जनीस आलम की रिपोर्ट