अनुच्छेद-370 और 35 ए पर छिड़ी चर्चाओं के बीच जम्मू-कश्मीर में रविवार को देर रात घटनाक्रम तेजी से बदल गया।इंटरनेट सेवाओं को भी बंद करने के साथ ही श्रीनगर में धारा 144 लगा दी गई है।राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच आपात बैठक बुलाई, जिसमें पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसर शामिल हुए। इसमें राज्यपाल ने मुख्य सचिव को घटना पर नजर रखते हुए हर घंटे रिपोर्ट देने के लिए कहा है।अफसरों को संपर्क के लिए सेटेलाइट फोन दिए गए हैं, क्योंकि मोबाइल सेवाएं बाधित होने की भी खबरें हैं। रविवार को ही श्रीनगर में कश्मीर के सियासी दलों की एक सर्वदलीय बैठक भी हुई, जिसमें अनुच्छेद 370 अथवा 35 ए में छेड़छाड़ को लेकर केंद्र सरकार को चेताया गया।कश्मीर में लगातार बदलते हालात के बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और एनसी नेता उमर अब्दुल्ला को श्रीनगर में नजरबंद किया गया है.नजरबंद होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट किया कि हिंसा से केवल उन लोगों के हाथों में खेलेंगे जो राज्य की भलाई नहीं चाहते. शांति के साथ रहें और ईश्वर आप सभी के साथ रहें.महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट में लिखा कि ऐसे कठिन समय में, मैं अपने लोगों को यह विश्वास दिलाना चाहती हूं कि जो हो सकता है, हम इसमें एक साथ हों और इसका मुकाबला करेंगे. जो कुछ भी हमारा अधिकार है उसके प्रयास करने के लिए हमारे संकल्प को तोड़ा नहीं जा सकता.
निखिल दुबे