कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही आए दिन बड़े-बड़े नेता और आम लोग अपनी राय रख रहे हैं और ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी अपना राय दिया और कहा कि – “कश्मीरियों के साथ वह बराबर खड़े हैं और संघर्ष के मौजूदा दौर में उनका समर्थन भी करते हैं…”
बता दें कि पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इमरान खान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) जा पहुंचे और वहां की विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा कि – “हिंदुस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद उनके सामने अब केवल एक ही रास्ता बचा है और वो है कश्मीर की आजादी…”
प्रधानमंत्री इमरान खान की मानें तो कश्मीर में भारतीय फौज का जमावड़ा नरेंद्र मोदी की अब तक की सबसे बड़ी ‘रणनीतिक भूल’ है। इमरान खान ने कहा कि – “जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा छीनना एक तरह से कश्मीर की लड़ाई को एक और मौका दे गया है… उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह मोदी की सबसे बड़ी रणनीतिक भूल है. मोदी और उनकी बीजेपी सरकार को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी… और मेरे ख्याल में मोदी की यह बहुत बड़ी मिस कैलकुलेशन है… उन्होंने अपना फाइनल कार्ड खेल दिया है…”
आगे प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि – “जम्मू कश्मीर में हालिया घटनाक्रम के पहले दुनिया का ध्यान इस ओर खींचना काफी चुनौती का काम था लेकिन कश्मीर मुद्दा अब स्पॉटलाइट (दुनिया का मीडिया) में आ गया है… कश्मीर में कार्रवाई कर एक तरह से मोदी ने इस मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है…”
और तो और इमरान खान कहते हैं कि – “अब पाकिस्तान के ऊपर है कि वह इस मुद्दे को कैसे हाइलाइट करता है… अब मैं पूरी दुनिया में इस मुद्दे का एम्बेसडर बनूंगा और हर मंच पर कश्मीर मुद्दे को उठाउंगा… इसी के साथ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कश्मीर को हर हाल में पूरा समर्थन देने का भी उन्होंने वादा किया है।
प्रिया सिन्हा ,नई दिल्ली