चांद से बस ‘चार कदम’ की दूरी पर चंद्रयान, जानें अब आगे का सफर कैसा
7 सितंबर 2019। रात के ठीक 1 बजकर 55 मिनट। सब ठीक रहा तो यह भारतीय अंतिरक्ष इतिहास की सबसे बड़ी तारीख होगी। इस दिन अपनाचंद्रयान २ चांद पर होगा। बुधवार को श्रीहरिकोटा से लॉन्चिंग के 29 दिन बाद चंद्रयान ने सफर के सबसे मुश्किल पड़ावों में से एक को पार कर लिया। सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर वह चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश कर गया। चांद के 3 लाख 84 हजार किलोमीटर के सफर पर
निकला चंद्रयान अब अपने मिशन से महज 18 हजार किलोमीटर दूर है। बता दें कि चंद्रयान सीधे चांद की ओर नहीं गया है, बल्कि पृथ्वी और अब चांद की कक्षाओं के कई चक्कर लाते हुए आगे बढ़ रहा है। चंद्रयान का आगे का सफर अब धड़कनें बढ़ाने वाला हो चुका है। जानिए कौन-कौन वे बड़े पड़ाव हैं, जो उसे पार करने हैं…
चंद्रयान का अपनी कक्षा बदलना बेहद मुश्किल पड़ाव था। वैज्ञानिकों के मुताबिक चंद्रयान-2 को चंद्रमा पर स्थापित करने के लिए सैटलाइट को एक निश्चित गति से चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करना था। अगर उसकी रफ्तार तेज होती तो वह चंद्रमा की कक्षा से बाहर चला जाता और फिर गहरे अंतरिक्ष में खो जाता। अगर सैटलाइट की रफ्तार धीमी होती तो चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण बल चंद्रयान-2 को अपनी कक्षा में खींच सकता था, लेकिन चंद्रयान-2 ने बेहद सटीकता के साथ चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया।
कौशलेन्द्र पराशर