रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर 21 अगस्त, 2019 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। बता दें कि 6 अगस्त से सर्वोच्च अदालत इस मामले की रोजाना ही सुनवाई कर रही है और बुधवार को इसका नौवां दिन था। वहीं, इस सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने रामजन्म स्थान पुनरुद्धार समिति के वकील से कहा कि – “वह इस मामले में पुख्ता सबूत पेश करें और पुराणों का जिक्र बिल्कुल ना करें क्योंकि यह मामला किसी आस्था का नहीं है बल्कि विवादित जमीन से जुड़ा हुआ है…” गौरतलब है कि अब इस मामले पर गुरुवार को सुनवाई होगी।
बताते चलें कि पीएन मिश्रा के बाद हिंदू महासभा के वकील ने अपना पक्ष रखा था। उन्होंने अपनी दलील में यह जिक्र किया कि जमीन का मालिकाना हक सरकार के पास है। जिसपर जस्टिस बोबड़े ने कहा कि जमीन का कंट्रोल सरकार के पास नहीं है, हिंदू महासभा के वकील ने कहा कि वह जिरह के लिए तैयार नहीं हैं।
कौशलेन्द्र पराशर