उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि गृह और वित्त मंत्री रहते हुए पी. चिदम्बरम ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद की थी। इस कारण उस दौर में कई जगह बड़ी आतंकी घटनाएं हुईं और नकली नोटों की तस्करी बढ़ी। उन्होंने गुजरात के तत्कालीन सीमए नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पाकिस्तान के इशारे पर हत्या के मामले में फंसाने की साजिश की।
उप मुख्यमंत्री ने दो अलग-अलग ट्वीट के माध्यम से कहा है कि चिदम्बरम के बचाव में दर्जनभर वकीलों को खड़ा कर कांग्रेस बड़ी बेशर्मी से दो बातें स्वीकार कर रही है। पहली यह कि कांग्रेस सरकार के समय हुए इस महाघोटाले के लिए वह भी जिम्मेदार है, दूसरी बात यह कि कांग्रेस को देश की न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है।
उन्होंने कहा है कि गुजरात में इशरत जहां सहित चार आतंकियों के मुठभेड़ में मारे जाने पर पाकिस्तान के इशारे पर चिदम्बरम ने हत्या के मामले में फंसाने के लिए अपने अवर सचिव आरबी एस मणि से हलफनामा दायर कराकर खुफिया विभाग की रिपोर्ट को अपुष्ट बताया था। जबकि उसी अधिकारी ने पहले इशरत के आतंकी होने की खुफिया रिपोर्ट की पुष्टि भी की थी। मोदी और शाह को कोर्ट से क्लीनचिट मिली और चिदम्बरम की साजिश नाकाम हुई थी।
उन्होंने कहा है कि देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने में मददगार होने के एवज में चिदम्बरम को फर्जी कंपनियों के जरिये पैसे मिले, जिससे उनके बेटे कार्ति चिदम्बरम और अन्य संबंधियों के नाम पर अरबों रुपये की सम्पत्तियां खरीदी गईं।
संजय कुमार,पटना