बात कुछ महीने पहले की है जब झारखण्ड स्थित सरायकेला-खरसावां में एक भीड़ हिंसा मामला हुआ था जिसमें चोरी के आरोप में 11 लोगों ने 22 वर्षीय तबरेज अंसारी को मौत की घाट सुला दिया था। उन 11 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था लेकिन अब इस केस में एक नया खुलासा सामने आया है। जी हां, आपको बता दें कि पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत 11 आरोपियों पर दर्ज मामले को खारिज कर दिया है।
वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह बात साफ हो गई है तबरेज अंसारी की मौत दिल का दौरा (कार्डियक अरेस्ट) पड़ने से हुई थी और यह पूर्व नियोजित हत्या का मामला नहीं है। हालांकि पुलिस ने पीछले महीने ही 304 के तहत मामला दर्ज किया था और तो और पुलिस ने अंसारी की पत्नी की दर्ज एफआईआर में आरोपियों पर हत्या का आरोप भी लगाया था।
उधर सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस ने कहा कि उन्होंने दो कारणों से आईपीसी की धारा 304 के तहत आरोप पत्र दायर किया है… पहला यह कि तबरेज अंसारी की मौत मौके पर नहीं हुई और साथ ही ग्रामीणों को अंसारी को जान से मारने का कोई इरादा नहीं था। दूसरा कारण यह कि पोस्टमार्टम में यह बात साफ हो गई है कि अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है क्योंकि रक्तस्त्राव घातक नहीं था।
प्रिया सिन्हा