नई दिल्ली
अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले की सुनवाई मआज 22वें दिन भी शीर्ष अदालत में शुरू हो गई है। मुस्लिम पक्ष की तरफ से वरिष्ठ वकील राजीव धवन अपनी दलीलें रख रहे हैं। जिरह शुरू करने से पहले धवन ने उन्हें फेसबुक पर मिली धमकी का जिक्र किया। इसपर शीर्ष अदालत ने उनसे पूछा कि क्या उन्हें सुरक्षा की जरूरत है? तब धवन ने इससे इनकार किया।
बता दें कि कल धवन ने अपनी दलील में कहा था कि 22 दिसंबर 1949 को जो गलती हुई उसे जारी नहीं रखा जा सकता। क्या हिंदू पक्षकार गलती को लगातार जारी रखने के आधार पर अपने मालिकाना हक का दावा कर सकते हैं? वह ऐसा दावा नहीं कर सकते।
संजय कुमार