नवरात्र में इस बार मां वैष्णो देवी के दरबार में आने वाले भक्तों को गोल्डन गेट के जरिए मां के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। भवन पर भव्य गेट बनकर तैयार हो गया है। नवरात्र पर पूजन के साथ इस गेट से होकर लोग मां के चरणों तक पहुंचेंगे। दानियों के सहयोग से स्वर्ण जड़ित गेट का निर्माण लगभग 70 दिन में किया गया है। इसके निर्माण में लगभग 10 किलो सोना तथा एक हजार किलो से अधिक चांदी का इस्तेमाल किया गया है। पहले गेट मार्बल का था। नए गेट में पहले तांबा, फिर चांदी और सबसे बाद में सोना लगाया गया है।श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह ने कहा, माता वैष्णो देवी के गेट के एक तरफ देवी लक्ष्मी और दूसरी ओर खुदी हुई प्रार्थना होगी. ऊपरी हिस्से में देवी दुर्गा, भगवान गणेश, भगवान हनुमान और अन्य लोग होंगे. गेट का बेस सिल्वर का होगा, सिल्वर पर गोल्ड प्लेटिंग होगी। ऊं एं क्लीं चामुंडाए विच्चै मंत्र भी लिखा गया है। दुर्गा के नौ रूपों के साथ ही भगवान गणेश तथा कमल के फूल भी प्रदर्शित हो रहे हैं। गुफा के अंदर की तरफ गेट पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश की मूर्ति है। भगवान सूर्य की मूर्ति भी बनी हुई है। इसके साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए देश की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस जल्द ही दिल्ली-कटरा के बीच चलेगी. इसकी शुरुआत त्योहार सीजन से पहले होगी. वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा के कारण इस रूट पर काफी भीड़ रहती है. यही कारण है कि इस रूट को वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए चुना गया है.वंदे भारत एक्सप्रेस की वजह से दिल्ली से कटरा की यात्रा अब 8 घंटे में पूरी होगी.वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा के कारण दिल्ली-कटरा मार्ग सबसे व्यस्त रेल मार्गों में माना जाता है. यही वजह है कि रेलवे बोर्ड ने दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए दिल्ली-कटरा मार्ग को चुना है.
संजय कुमार