जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान शांति नहीं देख सकता है… बता दें कि बीती रात अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ जिले के हीरानगर में दो से तीन आतंकियों के घुसपैठ की घबर मिलते ही रात भर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। वहीं, सुरक्षाबलों ने भी देर रात अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों को अच्छे से खंगाला। सूत्रों की मानें तो एक लोकल गाइड की भी तलाश की जा रही है क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि वह गाइड ही था जो आतंकियों की मदद कर रहा था। दूसरी ओर प्रशासन से निर्देश मिलते ही 27 सितंबर, 2019 को हीरानगर सेक्टर में जीरो से पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले लगभग 52 स्कूलों को बंद कर दिया गया है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले यानी कि 12 सिंतबर को कठुआ में पुलिस ने हथियार और गोला-बारूद ले जा रहे एक ट्रक को बरामद किया था, जिसमें आतंकियों के पास से चार एके-56, दो एके-47 और छह मैग्जीन बरामद की गईं। साथ ही इन हथियारों में प्रयोग में लाए जाने वाले 180 कारतूस भी बरामद हुए थे। ये आतंकवादी कश्मीर घाटी में सक्रिय आतंकवादियों की मदद से पठानकोट में बामयाल सीमा से होते हुए अंतरारष्ट्रीय सीमा की ओर से दाखिल हुए थे।
गौरतलब है कि इन आतंकियों को पंजाब-जम्मू-कश्मीर बॉर्डर के लखनपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। पकड़े गए आतंकियों में उबैद-उल-इस्लाम निवासी पुलवामा, जहांगीर अहमद पर्रे निवासी बड़गाम, सबील अहमद बाबा निवासी पुलवामा हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से आतंकी संगठन घाटी का माहौल खराब करने की लगातार कोशिशें हो रही हैं।
प्रिया सिन्हा