आतंकियों ने शनिवार को एक बार फिर जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर किए गए कड़े सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोलते हुए एक सैन्य गश्तीदल पर हमला किया। हमले में जवान बच गए और उन्होंने उसी समय अपनी पोजीशन लेते हुए जवाबी फायर किया। जवाबी कार्रवाई पर आतंकी वहां से भाग निकले। घंटों चले तलाशी अभियान के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों का पता लगा लिया है। सूचना मिली है कि पहले तो ये आतंकी पेड़ों की आड़ में छिपे हुए थे परंतु सुरक्षाबलों की आेर से गोलीबारी शुरू होने पर आतंकवादी अपने आप को बचाने के लिए बटोत कस्बे में किसी के घर में घुस गए हैं। यह मकान विजय कुमार का बताया जा रहा है। आतंकवादियों ने सभी घरवालों को बंधी बना लिया है। वहीं सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की घेराबंदी कर ली है। उन्हें आत्मसमर्पण के लिए कहा जा रहा है। घरवालों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए फिलहाल गोलीबारी बंद रखी गइ है |सुबह यह हमला जम्मू श्रीनगर हाईवे पर बटोत से करीब नौ किलोमीटर आगे रामबन के रास्ते पर स्थित एक मंदिर के पास हुआ है। बताया जाता है कि सेना का एक गश्तीदल जो रोड ओपनिंग डयूटी पर था, सड़क की जांच कर रहा था। इसी दौरान वहां किसी जगह घात लगाए बैठे आतंकियों ने जवानों ने पर यूबीजीएल से ग्रेनेड दागते हुए हमला किया। कुछ लोगों के मुताबिक,आतंकी एक वाहन मेंथे। हमला सुबह करीब सवा सात बजे हुआ है।
आतंकियों द्वारा दागा गया यूबीजीएल जवानों से कुछ ही दूरी पर गिरा और एक जोरदार धमाके के साथ फट गया। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। दोनों तरफ से करीब सात से आठ मिनट तक फायरिंग हुई।इसके बाद आतंकी वहां से भाग निकले। जवानों ने उनका पीछा किया । इस बीच, हमले की सूचना मिलते ही आस-पास के शीविरों से भी अतिरिक्त सुरक्षाबल मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। अन्य विवरण प्रतीक्षाारत हैं।इस बीच, आतंकी हमले के कारण श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर बटोत और रामबन के बीच करीब दो घंटे के लिए वाहनों की आवाजाही भी रुकी रही।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि खुफिया एजेंसियों ने पहले ही राज्य में आतंकियों द्वारा बड़े पैमाने पर हमले किए जाने का एलर्ट जारी कर रखा है। इस एलर्ट के आधार पर पूरे राज्यमें सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ाया गया है।
निखिल दुबे