पटना,
बिहार में भारी बारिश ने जीवन अस्तव्यस्त कर दिया है। पटना में शुक्रवार रातभर हुई भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है। शहर के सभी इलाके जलमग्न हैं। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा के आवास में भी पानी भर गया। 15 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गयाहै। वहीं, उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़े हादसों में 44 लोगों की मौत हो गई। राजस्थान के 8 जिलों में शनिवार को रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने राज्य के छह शहरों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।पटना स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। वार्ड और आईसीयू तक में पानी है। मरीजों को मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में शिफ्ट किया गया। हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।पटना जंक्शन का रेलवे ट्रैक पानी में डूब गया। पानी भरने के चलते 12 से ज्यादा ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। 6 ट्रेनें रद्द और पांच ट्रेनों का रास्ता बदला गया।नॉन स्टॉप बारिश से बिहार की राजधानी पटना पानी-पानी है। शहर समंदर में तब्दील हो चुका है। गली-मोहल्लों में पानी भर गया है। बोरिंग रोड जैसे व्यस्त इलाके की हालत बेहद खराब है। सड़क पर कमर तक पानी जमा हो गया है। जहां-तहां बसें और गाड़ियां पानी में फंसकर बंद हो रही है। पूरे शहर का मंजर समंदर और दरिया जैसा हो चुका है। यहां लगभग सभी क्षेत्रों मे हो रही बारिश के कारण तापमान में गिरावट जारी है। अब इस मुसीबत की घड़ी मे सरकार और अधिकारियो पर सवाल उठना तो लाज्मी है आखिर कार इतनी बुरी तरह काम कर रहा है बिहार सरकार जो एक दिन की बारिश मे पटना राजधानी जल मगन हो गया ।आखिर कार पटना के DM साहब कहा है । कई इलाको मे 24 घन्टे से बिजली ना होने के करण पीने का पानी तक लोगो के पास नही है ।तेज तरार कहे जाने वाले आनन्द किशोर जी क्या कर रहे है ।क्या उनको ये सब दिख नही रहा,अब सरकार पर सवाल उठ रहे है की आखिर सुशासन की सरकार कर क्या रही है।
कौशलेन्द्र