फ्रांस
फ्रांस ने मंगलवार को मेरिनेक एयरबेस पर भारत को पहला राफेल फाइटर जेट सौंपा। हैंडिंग ओवर सेरेमनी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले और दैसो एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपिए मौजूद थे। सेरेमनी में राजनाथ ने कहा- फेल का अर्थ आंधी होता है, मुझे उम्मीद है कि यह अपने नाम को साबित करेगा। भारत-फ्रांस के बीच हुए 59,000 करोड़ रुपए के राफेल सौदे और एयरक्राफ्ट की खूबियों को लेकर एक वीडियो प्रेजेंटेशन भी दिया गया। राजनाथ ने एयरबेस पर ही राफेल में लगे हथियारों की पूजा भी की। राजनाथ ने राफेल में करीब 35 मिनट तक उड़ान भरी। इससे पहले राजनाथ ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की।
भारत को मिलने वाले पहले राफेल का नाम वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम पर “आरबी 001” रखा जाएगा। भदौरिया ने ही राफेल सौदे में अहम भूमिका निभाई है। राफेल में मीटियर और स्काल्प मिसाइलें लगी हैं, इससे भारतीय वायुसेना को अद्वितीय मारक क्षमता हासिल होगी। इससे पहले राजनाथ नेफ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की।वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा भी रक्षा मंत्री के साथ थे।हैंडओवर कार्यक्रम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित भी किया। राजनाथ ने कहा, ‘आज ऐतिहासिक दिन है। आज भारत में दशहरा मनाया जा रहा है जिसे हम बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाते हैं। आज वायुसेना दिवस भी है। आज का दिन कई मायनों में ऐतिहासिक है। भारत फ्रांस के बीच 23 सितंबर 2016 को राफेल पर अंतर सरकारी समझौता हुआ था। मुझे यह जानकर खुशी है कि इसकी डिलिवरी सही समय पर हो रही है और हमारी वायुसेना की क्षमता में वृद्धि लाएगा। हमारा फोकस हमारी वायुसेना की क्षमता बढ़ाने पर है।’
निखिल दुबे