प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात खत्म हो गई है. दोनों नेताओं के बीच कोव रिजॉर्ट में लगभग 50 मिनट तक बातचीत हुई. इस दौरान दोनों नेताओं के साथ सिर्फ ट्रांसलेटर ही मौजूद थे. इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई. इस वार्ता में पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद थे.
ताज फिशरमैन होटल में पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हैंडलूम और कलाकृतियों की एक प्रदर्शनी में शामिल हुए. इस प्रदर्शनी में पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति को भारत की कलाकृतियों के बारे में बताया. इसके अलावा पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को सिल्क के कपड़े पर बनी उनकी एक तस्वीर भेंट की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वुहान स्पिरिट ने हमारे संबंधों को एक नया मोमेंटम और विश्वास दिया था. आज हमारे चेन्नई विजन से दोनों देशों के बीच सहयोग का एक नया दौर शुरू होगा. पीएम ने कहा कि ये सभी हमारी बड़ी उपलब्धियां हैं, इनसे हमें भविष्य में और अधिक प्रयास करने की प्रेरणा मिलती हैं. उन्होंने कहा कि चेन्नई समिट में अब तक हमारे बीच द्वीपक्षीय और वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण विचार विनिमय हुआ.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन से कहा है कि चीन के साथ मतभेद को झगड़े की वजह नहीं बनने दिया जाएगा. महाबलीपुरम में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो हजार सालों के अधिकांश कालखंड में भारत और चीन दुनिया की प्रमुख आर्थिक शक्तियां रही हैं. अब इस शताब्दी में हम फिर से साथ-साथ उस स्थिति को प्राप्त कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल चीन के शहर वुहान में हमारे इनफॉर्मल समिट से हमारे संबंधों में गर्मजोशी आई है. दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक साझेदारी बढ़ी है. पीएम ने कहा कि हमने तय किया था कि हम मतभेद को आपसी सहमति से सुलझाएंगे करेंगे और इसे विवाद नहीं बनने देंगे, एक दूसरे की चिंताओं के बारे में संवेदनशील रहेंगे और हमारे संबंध विश्व में शांति और स्थिरता के कारक होंगे.
संजय कुमार