कौशलेन्द्र पाण्डेय, पोलिटिकल संवाददाता
किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में एआईएमआईएम उम्मीदवार कमरुल ने बीजेपी उम्मीदवार स्वीटी सिंह को 10211 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीता. कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही.आखिरकार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने बिहार में अपना खाता खोल लिया. ओवैसी 2015 के विधानसभा चुनाव से लगातार बिहार में सेंध लगाने की कोशिश में लगे थे. आखिरकार विधानसभा के उपचुनाव में किशनगंज से एआईएमआईएम के उम्मीदवार कमरुल होदा को जीत का स्वाद मिल ही गया.किशनगंज विधानसभा उपचुनाव में एआईएमआईएम उम्मीदवार कमरुल ने बीजेपी उम्मीदवार स्वीटी सिंह को 10211 मतों के अंतर से हराकर चुनाव जीता. कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही. वहीं जीत से उत्साहित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने दस महीनों बाद होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. किशनगंज कांग्रेस की परम्परागत सीट रही है और 2009 से अब तक हर विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस भारी मतों से चुनाव जीतती आई थी.राष्ट्रीय जनता दल जिस वोट को अपना परम्परागत वोटर समझता है ओ वोट कहीं अगले चुनाव मे सिप्ट हुआ तो बड़े हार का कारण बनेगा.