प्रिया सिन्हा, संपादक
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हट जाने के बाद यूरोपियन संसद के 28 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 29 अक्टूबर, 2019 को वहां का दौरा करेंगे। सूत्रों ने बताया कि पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटने के बाद किसी विदेशी प्रतिनिधिमंडल का यहां पहला दौरा होगा। वहीं, अनुच्छेद 370 के राज्य से हटने के बाद से ही यह विषय दुनिया भर में चर्चा का मुद्दा बना हुआ है। दूसरी ओर, पाकिस्तान की तरफ से भी यह मामला लगातार उठाया जाता रहा है। इसी बीच यूरोपियन प्रतिनिधिमंडल का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण है। इस प्रतिनिधिमंडल जम्मू कश्मीर के वर्तमान हालात देखने के लिए जाएगा। इससे पहले यह प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मिला।
यही नहीं, प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में ही सांसदों के भारत के साथ संबंधों को महत्व देने की सराहना की। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि सदस्यों की जम्मू कश्मीर सहित देश के अन्य हिस्सों में लाभदायक यात्रा हो।
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर की यात्रा से प्रतिनिधिमंडल को इस क्षेत्र के विकास और शासन की प्राथमिकताओं पर स्पष्ट दृष्टिकोण के अलावा सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता की बेहतर समझ प्रदान होगी।