केवड़िया से कौशलेन्द्र पराशर
लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के केवड़िया पहुंचे। यहां उन्होंने स्टैचू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल की प्रतिमा पर फूल चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। पीएम इस मौके पर आयोजित एकता दिवस परेड की सलामी ली और प्रतिभागियों को शपथ दिलाई। पीएम मोदी गुरुवार सुबह 8 बजे के बाद स्टैचू ऑफ यूनिटी पहुंचे। सरदार पटेल की जयंती पर गुजरात समेत देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। बता दें कि देश के पहले उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार पटेल की आज 144वीं जयंती है।
पीएम ने इस मौके पर आयोजित एकता दिवस परेड में शामिल लोगों को एकता की शपथ दिलाई। स्टैचू ऑफ यूनिटी पर एकता दिवस परेड आयोजित की गई। इस परेड में असम, ओडिशा, कर्नाटक और गुजरात की पुलिस फोर्स समेत देशभर के पुलिस जवानों ने हिस्सा लिया। परेड में एनएसजी और सीआरपीएफ के जवान भी शामिल हुए।
देश के 11 पुलिस कन्टिनजेन्ट ने इस मार्च में हिस्सा लिया। पीएम ने एकता दिवस परेड का निरीक्षण किया। देशभर की 48 पुलिस यूनिट के जवान फ्लैग शो में शामिल हुए। इस दौरान सरदार पटेल की प्रतिमा पर हेलिकॉप्टर से फूल बरसाए गए। परेड के दौरान एनएसजी के जवानों ने अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया। कई महिला प्रतिभागी चलती बुलेट पर खड़े होकर तलवारबाजी करती भी नजर आईं।
पीएम ने इस मौके पर मौजूद प्रतिभागियों को एकता की शपथ दिलाई। लोगों ने शपथ लेते हुए कहा, ‘मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं।’
पीएम मोदी ने इस दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘पूरी दुनिया में अलग-अलग देश, अलग-अलग पंथों, अलग-अलग विचारधाराओं, भाषाओं, रंग-रूप के आधार पर बने हैं। लेकिन हम कभी-कभी देखते हैं कि एकरूपता, उन देशों की विशेषता और पहचान रही है। लेकिन भारत की विशेषता है विविधता में एकता, हम विविधताओं से भरे हुए हैं।’
पीएम ने कहा, ‘हम लोगों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार अभी सुने, उनकी आवाज हमारे कानों में गूंजना, उनके विचारों की वर्तमान में महत्ता, प्रतिपल देश की एकता और अखंडता के बारे में सोचना। उनकी वाणी में जो शक्ति थी और उनके विचारों में जो प्रेरणा थी, उसे हर हिंदुस्तानी महसूस कर सकता है।