प्रिया सिन्हा, संपादक
आखीरकार शिवसेना को अपना नेता मिल ही गया… बता दें कि गुरुवार यानी कि 31 अक्टूबर, 2019 को सदन में शिवसेना का नेता चुना गया है। सूत्रों की मानें तो उनके नाम का प्रस्ताव पार्टी नेता आदित्य ठाकरे ने ही रखा है। हालांकि खुद ठाकरे का नाम भी इस पद के लिये चर्चा में आया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पार्टी दफ्तर सेना भवन में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में शिंदे के नाम की घोषणा की गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी प्रमुख और आदित्य के पिता उद्धव ठाकरे अपने बेटे को शिवसेना विधायक दल का प्रमुख बनाए जाने के इच्छुक कभी नहीं थे। वहीं, आदित्य ठाकरे, एकनाथ शिंदे, दिवाकर राउते और सुभाष देसाई राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से आज मुलाकात करेंगे।
बताते चलें कि एकनाथ शिंदे इससे पहले भी पार्टी विधायक दल के नेता थे और तो और फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। यह ठाणे के कोपरी-पंचपखाड़ी निर्वाचन क्षेत्र से फिर विधायक भी चुने गए हैं। साथ ही एकनाथ शिंदे इस विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीन बार 2004, 2009 और 2014 में शिवसेना के टिकट पर विधायक चुने गए हैं। विधायक चुने जाने से पहले एकनाथ शिंदे ठाणे महानगर पालिका में दो बार के कार्यकाल तक नगर सेवक भी रहे हैं। इसके अलावा तीन साल तक पॉवरफुल स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य भी वह रह चुके हैं।
गौरतलब है कि बैठक से पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने भाजपा के प्रति उनकी पार्टी के रुख में नरमी की खबरों को अफवाह बताया है। राउत ने कहा है कि शिवसेना के इस रुख में नरमी के लेकर मीडिया के एक वर्ग में आईं खबरें अफवाह हैं।