राकेश कुमार, मुख्य संवाददाता.भारत-नेपाल सीमा को लेकर चल रहे विवाद के बीच पूर्वी चंपारण जिला के बलुआ गुआबारी तटबंध के सर्वे का काम पूरा हो गया। भारत और नेपाल की सर्वेक्षण टीम ने जिले के ढाका प्रखंड स्थित लालबकेया नदी के पश्चिमी तटबंध पर सर्वे और मापी की। मौके पर दोनों देश की सर्वे टीम के अलावा अधिकारियों की टीम भी मौजूद रही। भारत की ओर से सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अलावा अनुमंडल पदाधिकारी और प्रखंड स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।
अधिकारियों के अनुसार देहरादून के दो सदस्यीय भूमि सर्वेक्षण दल ने नेपाल के सर्वेक्षण टीम के साथ सर्वे और भूमि मापी का कार्य सम्पन्न किया। हालांकि देहरादून से आई सर्वेक्षण टीम के सदस्य कुछ भी बताने से परहेज करते रहे।वही जिले के अधिकारियों को उम्मीद है कि अगले पखवाड़े तक सर्वेक्षण की अंतिम रिपोर्ट आ जाएगी। जिसके बाद तटबंध के विवादित हिस्से के निर्माण और मरम्मती को लेकर कोई निर्णय लिया जाएगा। सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर बब्बन सिंह के अनुसार सरकार के स्तर से अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। सर्वे टीम ने तटबंध के 14 स्थानों पर सीमांकन किया है।
तटबंध के 500 मीटर पर नेपाल ने किया था दावा
ज्ञात हो कि बरसात में लालबकेया नदी भारतीय क्षेत्र में आतंक मचा देती है। उसके कहर से लोगों को बचाने के लिए भारत सरकार ने तटबंध का निर्माण किया था। लालबकेया नदी पर बने 4.11 किलोमीटर लंबे तटबंध की मरम्मती और निर्माण का कार्य प्रतिवर्ष मानसून शुरू होने से पूर्व होता है। इस साल तटबंध की मरम्मती के अलावा उसकी ऊंचाई को बढ़ाने का कार्य चल रहा था, लेकिन तटबंध के 3.1 किलोमीटर से लेकर 3.6 किलोमीटर के बीच के मरम्मती और ऊंचाई बढ़ाने के काम का नेपाल ने विरोध किया। वहीं तटबंध के लगभग 500 मीटर की लंबाई की भूमि पर अपना दावा कर विवाद पैदा कर दिया था जिसके बाद काम रुक गया था। लालबकेया नदी पर बना तटबंध गुआबारी के रेलवे लाईन ऑफिस घाट से बलुआ गांव के सामने तक 4.11 किलोमीटर में निर्मित है। भारत-नेपाल सीमा को दर्शाने वाले पिलर संख्या 346 और 347 के बीच 500 की लंबाई पर नेपाल ने अपना दावा करते हुए तटबंध मरम्मती कार्य को बाधित कर दिया।
सर्वे टीम ने पूरा किया सर्वेक्षण का काम
इस विवाद के बाद जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, नेपाल में महावाणिज्य दूतावास और बिहार सरकार को पत्र लिखकर स्थिति की जानकारी दी।उसके बाद दोनो देशों के अधिकारियों की हुई बैठक में सर्वेक्षण टीम द्वारा सर्वे कर लेने के बाद तटबंध मरम्मती का काम शुरु करने का निर्णय हुआ था। अब दोनों देशों की सर्वे टीम ने सर्वेक्षण का काम पूरा कर लिया है। सर्वेक्षण टीम के रिपोर्ट के आधार पर सरकार के निर्देश का इंतजार है अब जिला प्रशासन को।