भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपित की हवाई यात्राओं को सुरक्षित करने के लिए अगले सप्ताह हाई सिक्योरिटी वाला विमान देश में लैंड करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मिलने वाली एयर फोर्स-वन की तरह अब भारत के प्रधानमंत्री को एयर इंडिया वन की सुविधा दी जाएगी. सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक भारत ने अमेरिका से दो बोइंग-777 विमानों को खरीदा है. एक विमान अगले हफ्ते और दूसरा साल के अंत कर भारत को सौंपा जा सकता है.सूत्रों से हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया वन के इस विमान में खुद को मिसाइल डिफेंस सिस्टम लगा होगा. इसे लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेजर्स और सेल्फ प्रोटेक्शन सुइट्स भी कहा जाता है. इन विमानों को वायु सेना के जवान उड़ाएंगे. इन नए बोइंग का रखरखाव एयर इंडिया इंजीनियरिंग सर्विस लिमिटेड (एआईईएसएल) द्वारा ही किया जाएगा. एसपीएस से विमान दुश्मन के रडार की फ्रीक्वेंसी को जाम कर देगा. इसी साल फरवरी में अमेरिका ने 190 मिलियन डॉलर कीमत वाले दो डिफेंस सिस्टम भारत को देने पर सहमति जताई थी.अभी तक ऐसी थी स्थिति.अभी तक राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए एयर इंडिया का बोइंग 747 विमान इस्तेमाल करते हैं. इस विमान को एयर इंडिया वन कहा जाता है. भारतीय उच्चाधिकारियों के लिए एयर इंडिया के पायलट ही बोइंग 747 एयरक्राफ्ट उड़ाते हैं और एआईईएसएल इनका रखरखाव करती है.17 घंटे लगातार उड़ने की क्षमता, ये एयर क्राफ़्ट 17 घंटे तक लगातार बिना रीफ्यूल के उड़ सकता है. सूत्रों ने आगे कहा कि ये विमान एक पूरी तरह से उड़ते हुए कमांड सेंटर की तरह काम करने में सक्षम है, चूंकि ये एक उन्नत और सुरक्षित कम्यूनिकेशन सिस्टम से लैस हैं, जिसमें हैक या टैप किए बिना, ऑडियो और वीडियो कम्यूनिकेशन की सुविधा दी गई है, ठीक वैसी ही, जैसे अमेरिकी एयर फोर्स वन में है.अब तक जिस विमान में वीवीआईपी उडान भरा करते है वो 10 घंटे उडान के बाद रीफ्यूल की जरूरत होती है.
धीरेन्द्र की रिपोर्ट.