कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान रैली में सभी नेता किसानों की बात कम करते दिखे.उनका एकमात्र मकसद केंद्र में मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी सरकार को हटाने पर ज्यादा फोकस रहा. टिकट समर्थकों का मानना है केंद्र में मोदी और उत्तर प्रदेश में योगी की सरकार किसान विरोधी है.राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार कुछ भी कर ले किसान दिल्ली नहीं छोड़ेगे. टिकैत ने कहा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तीनों बाहरी है. तीनों को भगा देंगे. मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान आंदोलन रैली कम बीजेपी को सरकार से हटाना एकमात्र मकसद दिखा.संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित किसान महापंचायत में टिकैत ने कहा, ‘हम संकल्प लेते हैं कि हम धरना स्थल को वहां (दिल्ली की सीमाओं पर) नहीं छोड़ेंगे, भले ही हमारा कब्रिस्तान वहां बन जाए. जरूरत पड़ी तो हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन जब तक हम जीत नहीं जाते, तब तक धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे. जब भारत सरकार हमें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, हम जाएंगे, लेकिन किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. राकेश टिकैत ने कहा कि आजादी के लिए संघर्ष 90 वर्षों तक जारी रहा. अब लगता है कि यह आंदोलन भी लंबे समय तक जारी .मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, आज संयुक्त किसान मोर्चा ने जो फैसले लिए हैं उसके तहत हमें पूरे देश में बड़ी-बड़ी सभाएं करनी पड़ेंगी. अब यह मिशन केवल उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का मिशन नहीं, अब यह मिशन संयुक्त मोर्चे का देश बचाने का मिशन होगा. यह देश बचेगा तो यह संविधान बचेगा. उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने सुरक्षा के लिए पूरी तैयारी कर रखी थी.उत्तर प्रदेश अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि महापंचायत के मद्देनजर पीएससी की 25 कंपनियों और मेरठ अंचल के 20 अधिकारियों को तैनात किया गया है. एडीजी कुमार ने कहा कि हमने यातायात के सुचारू संचालन के लिए यातायात अलर्ट जारी किया है. हम स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं.