सीनियर एडिटर -जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, (गुवाहाटी/दिल्ली), 11 सितम्बर ::असम के गुवाहाटी स्थित कला क्षेत्र सभागार में जनता दल (यूनाइटेड) द्वारा आयोजित बैठक को रविवार को सम्बोधित करते हुए जदयू राष्ट्रीय सचिव एवं असम के प्रभारी राजीव रंजन प्रसाद ने सम्पूर्ण राष्ट्र में विपक्ष की व्यापक गोलबंदी के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कालजयी पहल की सराहना करते हुए इसे समय की माँग बताया है।उन्होंने असम की पार्टी इकाई का आह्वान करते हुए राष्ट्रव्यापी मुहिम का हिस्सा बनने की अपील करते हुए भाजपा शासित असम में व्याप्त भ्रष्टाचार, ठेकों में अनियमितता, समाज को बाँटने की चेष्टा एवं बढती बेरोजगारी पर जमकर प्रहार किया। असम जो कभी संस्कृति, अध्यात्म एवं ज्ञान की भूमि के रूप में जाना जाता रहा है, आज वहाँ सत्ता के शीर्ष पर बैठे राजनेता धार्मिक उन्माद एवं बेईमानी का पाठ पढ़ा रहे हैं।श्री प्रसाद ने केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार पर जनता से किए गए वायदे को पूरा नहीं करने के बजाय चंद बड़े उद्योगपतियों के लिए खुलकर काम करने का आरोप लगाते हुए पूछा है कि 2014 लोकसभा चुनाव में प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरी, सबको पंद्रह लाख रुपए एवं अच्छे दिन लाने के वायदे का क्या हुआ?बैठक की अध्यक्षता करते हुए असम प्रदेश जदयू के संयोजक परेश नाथ ने अपर असम, लोअर असम, बोडोलैंड, करबी ओंगलोंग समेत सभी क्षेत्रों में पार्टी की सम्भावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला ।श्री राजीव रंजन ने उक्त अवसर पर आज विधिवत असम में सदस्यता अभियान का शुभारम्भ किया।उक्त अवसर पर दिबिकेश मौल्ली बौज बरुआ, शेख़ रशिदूर रहमान, पुलिन चेटिया, क़ाज़ी नतिब अहमद, रंजय कुमार ब्रह्मो, तसलीमा नसरिन, सुनील देवनाथ, शमशुल आलम, आफताब चौधरी, मोनी सिंह, बरनाली सेकिया, बिप्लब बानी बोरगोराई, रकीबुल अहमद, अब्दुस सलाम चौधरी, गौतम पॉल सहित अन्य नेताओं ने भी बैठक को सम्बोधित किया।