सीनियर एडिटर -जीतेन्द्र सिन्हा /चंपारण के बगहाँ तिरुपति चीनी मिल में किसानों के ईंख पैमाने में घटतौली की शिकायत व्यापक पैमाने पर आई हैं। साथ ही चालान में भी हमेशा अनियमितता देखने को मिली है।शिकायत पर जांच करने पहुंचे गन्ना आयुक्त ने प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर करने को निर्देश दिया है।आपको बताते चले कि यूपी से गन्ना बगहा तिरुपति चीनी मिल द्वारा लिया जा रहा है और चंपारण के किसानों के साथ नाइंसाफी हो रही हैं। चंपारण के बगहा क्षेत्र के किसानों की गन्ना खेत में भी खराब हो रही है और साथ ही तिरुपति चीनी मिल द्वारा समय पर गन्ना नहीं लेने से रबी की फसल की बुवाई नहीं हो रही हैं फलस्वरूप किसान बेचैन हैं परंतु मिल प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही हैं। और तो और प्रत्येक किसानों की गन्ना की घटतौली की शिकायत बृहत पैमानों पर मिली हैं।आपको बताते चले कि कथित समाजसेवी तिरुपति चीनी मिल के प्रबंध निदेशक दीपक यादव समाजसेवा का ढोंग करते है और किसानों की कल्याण का कोई उनका ना तो विजन है ना ही प्रयास। बगहा के किसान बहुत मायूस हैं। साथ ही किसानों की माली हालात दिन पर दिन खराब हो रही हैं। किसान परेशान हैं और मिल प्रबंधन मालामाल है।एक तरफ लाखों किसानों के हक को मारा जा रहा हैं दूसरी तरफ कथित समाजसेवी दीपक यादव चंपारण में समाजसेवा के नाम पर ढोंग कर रहे हैं। एक अनुमान के मुताबिक बगहा के 70 प्रतिशत किसानों की फसलें अभी खेतों में पड़ी हैं परंतु तिरुपति चीनी मिल उत्तर प्रदेश के किसानों से औने पौने दामों पर गन्ना ले रहा है फलस्वरूप किसानों में आक्रोश हैं।तिरुपति चीनी मिल द्वारा बगहां चीनी मिल को अधिग्रहण करने पर किसानों को बहुत सपने दिखाया गया , क्षेत्र की परिदृश्य बदलने की बात किसानों के बीच की गई परंतु ये आश्वासन मात्र छलावा साबित हुई।लाखो किसानो की घटतौली में करोड़ों रुपए डकारने वाली तिरुपति मिल क्षेत्र में समाजसेवा का ढोंग रचती है।किसानों की मांग हैं कि किसानों की एक कमेटी बना कर ससमय तिरुपति मिल के कांटो की जांच किया जाए ।एक तो चंपारण के बगहाँ के किसानों की आमदनी का मुख्य स्रोत गन्ना हैं ऊपर से तिरुपति चीनी मिल द्वारा ये घटतौली और चालान में अनियमितता किसानों की रीढ़ की हड्डी तोड़ने का कार्य कर रही हैं।चंपारण के किसानों की समस्या का समाधान अविलंब होनी चाहिए और तिरुपति चीनी मिल द्वारा घटतौली की जांच कर किसानों के साथ इंसाफ किया जाए और दोषी तिरुपति चीनी मिल प्रबंधन और उसे एमडी दीपक यादव पर कारवाई होनी चाहिए साथ ही तिरुपति चीनी मिल द्वारा उत्तर प्रदेश से गन्ना लेने पर अविलंब रोक लगाई जाए।