लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही आज से यानी कि शुक्रवार से विधिवत रूप से शुरू हो गई है। नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ और राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद शुक्रवार से दोनों सदनों की ही कार्यवाही शुरू हो गई।
जहां एक ओर कानून मंत्री ने विधेयक को लोकसभा में पेश करने की मांग की है, वहीं तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि बिल में लिखि बातें संविधान सख्त खिलाफ हैं और उन्होंने इसका विरोध भी जमकर किया।
बता दें कि लोकसभा में तीसरी बार तीन तलाक विधेयक सदन के पटल पर रखा गया है, जिसपर की हंगामा आज भी जारी है। इस विधेयक को कानून एवं विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ही पेश किया। दूसरी ओर कांग्रेस ने बिल के ड्राफ्ट का विरोध किया है। हालांकि इस विधेयक में तीन बदलाव किए गए हैं।
लोकसभा और राज्यसभा में दिमागी बुखार का मुद्दा भी गूंजा। जब राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो उपसभापति ने श्रीलंका की चर्च में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति श्रद्धांजलि दी। जिस पर विपक्ष के सांसदों ने बिहार में चमकी बुखार से मारे गए बच्चों के प्रति भी श्रद्धांजलि देने की मांग की। बस फिर क्या… इसके बाद पूरे सदन में चमकी बिहार से जान गंवाने वाले बच्चों से मौन रखकर सदन के भीतर श्रद्धांजलि दी गई।
वहीं, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी दिमागी बुखार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बिहार में भाजपा की सरकार है। इसके जवाब में बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कुषोषण से कहीं भी कोई भी मौत दुखद है और एक मां होने के नाते मैं बच्चों की मौत का दर्द समझ सकती है।
राज्यसभा में सभापति वेंकैया नायडू ने सभी सांसदों का स्वागत किया और सदस्यों से सदन चलाने की अपील की है।
गौरतलब है कि राजद सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में 24 जून को दिमागी बुखार पर चर्चा के लिए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का नोटिस दिया है।
CIN के लिए दिल्ली से
प्रिया सिन्हा, चीफ सब एडिटर साथ मे मंजरी बर्मा