मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद की 9वीं बैठक संपन्न. मुख्यमंत्री के निर्देष- बिहार में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं, वाल्मिकीनगर, मंगुराहा (पश्चिमी चंपारण), राजगीर, गया, नवादा, अररिया, कैमूर सहित अन्य स्थानों पर भी इको टूरिज्म को विकसित करें। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एक टीम बनाकर काम करे। निर्माणाधीन सभी रोप-वे का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करें। राजगीर में बनायी जाने वाली एलिवेटेड सड़क के निर्माण के बाद आवागमन में काफी सहुलियत होगी तथा इस क्षेत्र का और विकास होगा। इसके निर्माण हेतु कार्रवाई जल्द आरंभ करें। राजगीर में दोनों रोप-वे (नया एवं पुराना) के बेस स्टेशन के पास इंटिग्रेटेड बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सभी गाड़ियों की एक साथ पार्किंग, पर्यटकों के लिए रेस्टूरेंट एवं अन्य जरुरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके निर्माण कार्य को जल्द आरंभ करें।अररिया जिले के फारबिसगंज में नया चिड़ियाघर ‘रानीगंज वृक्ष वाटिका’ बनाने हेतु मुख्यमंत्री ने सहमति दी।इंटरनेट के माध्यम से लोगों के लिये संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में रह रहे जानवरों की लाइव स्ट्रीम देखने की व्यवस्था की जायेगी, इसके लिये सभी आवष्यक कार्रवाई पूर्ण करें। बैठक के अन्य महत्वपूर्ण बिन्दु- वेटनरी विश्वविद्यालय में अब पालतू जीवों के साथ-साथ वन्य प्राणी चिकित्सा एवं सेहत प्रबंधन के भी कोर्स शामिल किए गए हैं।15-22 फरवरी 2020 में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में बिहार में वन्य जीवों एवं प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की गई।प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में प्रवासी पक्षियों के अनुश्रवण हेतु भागलपुर में रिंगिंग एण्ड माॅनिटरिंग स्टेषन स्थापित करने के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी, मुंबई के साथ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने एक समझौता किया है।मंगुराहा में नेचर अवेयरनेस सेंटर की स्थापना की गयी है।वाल्मिकीनगर मंें इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये गंडक नदी में मोटर बोट सेवा के साथ-साथ नेचर सफारी, टूर पैकेज, प्रतिदिन निःषुल्क सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी है।सोशल मीडिया के माध्यम से अलग-अलग जानवरों एवं पक्षियों के संबंध में तथा प्रकृति संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी लोगों को दी जा रही है।पटना 13 अगस्त 2020:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद की 9वीं बैठक मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में आयोजित की गई। बैठक में अपर मुख्य वन संरक्षक श्री पी0के0 गुप्ता ने वन्य प्राणी संरक्षण संबंधी एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण में बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद की 8वीं बैठक की कार्यवाही संपुष्टि एवं अनुपालन के संबंध में जानकारी दी। बैठक में मंगुराहा में हाथी पुनर्वास केंद्र की स्थापना, भीम बांध वन्यप्राणी आश्रयणी में इको टूरिज्म की स्थापना, पर्यटक सुविधा हेतु शेरगढ़ किले तक जाने वाली सीढ़ियों का उन्नयन कार्य के साथ-साथ कुशेश्वर स्थान झील एवं पक्षी आश्रयणी, गौतम बुद्ध वन्यप्राणी आश्रयणी (गया) एवं अन्य स्थलों को विकसित करने के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि आश्रयणी स्थलों पर चिकित्सकों की तैनाती कर दी गई है।
बैठक के दौरान जानकारी दी गयी कि वेटनरी विश्वविद्यालय में अब पालतू जीवों के साथ-साथ वन्यप्राणी चिकित्सा एवं सेहत प्रबंधन के भी कोर्स शामिल किए गए हैं। 15-22 फरवरी 2020 में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में बिहार में वन्य जीवों एवं प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की गई। प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में प्रवासी पक्षियों के अनुश्रवण हेतु भागलपुर में रिंगिंग एण्ड माॅनिटरिंग स्टेषन स्थापित करने के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी, मुंबई के साथ पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने एक समझौता किया है। बैठक में यह भी बताया गया कि मंगुराहा में नेचर अवेयरनेस सेंटर की स्थापना की गयी है। वाल्मिकीनगर मंें इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिये गंडक नदी में मोटर बोट सेवा के साथ-साथ नेचर सफारी, टूर पैकेज, प्रतिदिन निःषुल्क सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गयी है। सोशल मीडिया के माध्यम से अलग-अलग जानवरों एवं पक्षियों के संबंध में तथा प्रकृति संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी लोगों को दी जा रही है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देष देते हुये कहा कि बिहार में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं, वाल्मिकीनगर, मंगुराहा (पश्चिमी चंपारण), राजगीर, गया, नवादा, अररिया, कैमूर सहित अन्य स्थानों पर भी इको टूरिज्म को विकसित करें। उन्होंने कहा कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एक टीम बनाकर काम करे। निर्माणाधीन सभी रोप-वे का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजगीर में बनायी जाने वाली एलिवेटेड सड़क के निर्माण के बाद आवागमन में काफी सहुलियत होगी तथा इस क्षेत्र का और विकास होगा। इसके निर्माण हेतु कार्रवाई जल्द आरंभ करें। उन्होंने कहा कि राजगीर में दोनों रोप-वे (नया एवं पुराना) के बेस स्टेशन के पास इंटिग्रेटेड बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सभी गाड़ियों की एक साथ पार्किंग, पर्यटकों के लिए रेस्टूरेंट एवं अन्य जरुरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इसके निर्माण कार्य को जल्द आरंभ करें।
अररिया जिले के फारबिसगंज में नया चिड़ियाघर ‘रानीगंज वृक्ष वाटिका’ बनाने हेतु मुख्यमंत्री ने सहमति दी।
मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि इंटरनेट के माध्यम से लोगों के लिये संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में रह रहे जानवरों की लाइव स्ट्रीम देखने की व्यवस्था की जायेगी, इसके लिये सभी आवष्यक कार्रवाई पूर्ण करें।
बैठक के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य वन्यप्राणी पर्षद के सदस्यों ने अपने विचार एवं सुझाव रखे।
बैठक में उप मुख्यमंत्री सह पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री सुशील कुमार मोदी, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, प्रधान सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन श्री दीपक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री ए0के0 पांडेय, अपर मुख्य वन संरक्षक श्री पी0के0 गुप्ता, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन्यप्राणी पर्षद के सदस्य, विधायक श्री मनीष कुमार, विधान पार्षद श्री संजय कुमार, विधान पार्षद श्री संजय प्रकाश सहित अन्य सदस्यगण एवं पदाधिकारीगण भी जुड़े हुए थे।
रामशंकर की रिपोर्ट.