चिराग पासवान के चिट्ठी लिखने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहद सख्त हो गए, और उन्होंने बीजेपी को स्पष्ट निर्देश दिया की आप तत्काल स्पष्ट करें आप एलायंस का हिस्सा है या अलग चुनाव लड़ा जाये. अगर अलग होकर चुनाव लड़ेंगे, तो भी ठीक है. पटना से लेकर दिल्ली तक बीजेपी नेताओं के हाथ पैर फूलने लगे, तुरंत बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल ने प्रेस कॉन्फस कर चिराग पासवान को आईना दिखाया, और बोला बिहार के एकमात्र NDA के नेता नीतीश कुमार है. चिराग के लिखे पत्र का अंश आप नीचे पढ़े. बिहार में एनडीए से बाहर निकलने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के प्रमुख चिराग पासवान ने 5 अक्टूबर, 2020 को राज्य के लोगों को एक खुला पत्र (OPEN LETTER) लिखा है। वहीं, अपने इस पत्र में चिराग ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। बता दें कि चिराग ने नीतिश सरकार के ‘सात संकल्प’ विकास कार्यक्रम और जेडीयू का अपने सहयोगियों के साथ किए गए व्यवहार को लेकर निशाना साधा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भावनात्मक रूप से लिखे गए इस पत्र में, चिराग ने लोगों से यह आग्रह किया है कि – वह जेडीयू के उम्मीदवार को वोट देकर एक भी वोट बर्बाद ना करें और कहा कि बिहार में अगले महीने चुनावों के बाद भाजपा-एलजेपी की सरकार होगी।
यही नहीं, उन्होंने आगे लिखा है कि – जेडीयू उम्मीदवार को जाने वाला प्रत्येक वोट आपके बच्चों को राज्य से पलायन करने के लिए मजबूर करेगा। यह 12-करोड़ बिहारियों के लिए करो या मरो की लड़ाई है और हमारे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं जानता हूं कि एलजेपी के लिए आगे की राह आसान नहीं है, लेकिन बिहार के लोगों के लिए भी पिछले तीन दशकों से यह आसान नहीं रहा है।
दूसरी ओर, एलजेपी अध्यक्ष की मानें तो उन्होंने भी यह कहा कि – जेडीयू के खिलाफ लड़ने का निर्णय आम लोगों से प्राप्त सुझावों के आधार पर लिया गया है। और तो और अलग से चुनाव लड़ने का निर्णय बिहार पर शासन करना नहीं है, बल्कि राज्य पर गर्व महसूस करना है।
आगे वह कहते हैं कि कुछ लोग उनके फैसले के लिए अन्य उद्देश्यों को जिम्मेदार ठहराकर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर सकते हैं। चिराग ने साफ शब्दों लेकिन मैं आपको बता दूं, राज्य में नई सरकार भाजपा के नेतृत्व वाली होगी, जिसमें एलजेपी शामिल होगी और पार्टी के चुने हुए विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करेंगे।
यही नहीं, विकास और शासन के मुद्दों पर नीतीश कुमार सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने यह आरोप लगाया कि लोगों की शिकायतों का न तो स्थानीय अधिकारियों के स्तर पर निवारण किया गया और न ही राज्य के सीएम के स्तर पर… जिससे बिहार के चार लाख लोगों के सुझावों पर एलजेपी के, ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के विजन डॉक्यूमेंट का विकास हुआ है।
बिहार भाजपा के महासचिव, देवेश कुमार की मानें तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले ही घोषणा की थी कि एनडीए के सीएम उम्मीदवार नीतीश कुमार होंगे। वह कहते हैं कि – हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं।
बताते चलें कि एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार की सत्ता से नीतीश कुमार को बेदखल करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। एनडीए का हिस्सा रहते हुए वो जनता दल यूनाइडेट (जेडीयू) के खिलाफ कमर कस रहे हैं। दिल्ली में रविवार को हुई संसदीय दल की बैठक में उन्होंने जेडीयू के खिलाफ उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है।