बिहार में विधानसभा चुनाव पास है और ऐसे में राजनीतिक बिसात पूरी तरह से बिछ चुकी है। जहां एक ओर, भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह जनता दल यूनाइटेड (जदयू), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी तो वहीं, तमाम आलोचनाओं के बावजूद लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) भाजपा के प्रति अपना समर्थन दिखाने से भी वह बिल्कुल नहीं चूक रही है।
दूसरी ओर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान लगातार यह कहते नज़र आ रहे हैं कि राज्य में भाजपा और लोजपा की सरकार बनेगी। चिराग पास्वान ने तो 18 अक्टूबर, 2020 को यह कहा कि भाजपा अपना गठबंधन धर्म निभाए और मेरे खिलाफ जितना बोलना है बोलें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मेरी आलोचना कर सकते हैं… हालांकि उन्होंने खुद को वोटकटवा पार्टी कहे जाने पर विरोध जताया है। मोदी जी का मानें तो यह पापा रामविलास पासवान का अपमान है।
चिराग ने यह कहते हुए साफ कर दिया कि – ‘मैं नीतीश के खिलाफ नहीं हूं उनकी नीतियों की आलोचना करता हूं…’
यहीं नहीं, रूके चिराग पासवान ने अपनी बात भी कहा कि ‘आप (भाजपा) मेरा जितना विरोध करना चाहते हैं करें, पार्टी पापा की है। भाजपा नेताओं के वोटकटवा कहने वाले बयान से आहत हूं। पार्टी को ऐसा कहना पापा का अपमान है। प्रधानमंत्री से मेरा दिल का रिश्ता है। प्रधानमंत्री मेरे दिल में बसते हैं। जब मेरे साथ कोई नहीं खड़ा था तब वो मेरे साथ थे। पिता के निधन पर उन्होंने मुझे सांत्वना दी। जब पापा अस्पताल में थे तो प्रधानमंत्री मुझे फोन किया करते थे। वे कठिन समय में मेरे साथ खड़े रहे। मैं अपने प्रधानमंत्री की बुराई क्यों करूं।’
प्रिया की रिपोर्ट