सियाराम मिश्रा की रिपोर्ट वाराणसी और दिल्ली ब्यूरो /सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिए होने वाली बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में वाराणसी में कोविड से लड़ने में जुटे आला अधिकारी, स्थानीय प्रशासन और डॉक्टर मौजूद रहे। इस दौरान जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति और रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों पर भी मंथन किया गया। प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद के दौरान कोरोना संक्रमण काल में लगातार लोगों की सेवा कर रहे कर्मचारियों की सराहना के साथ ही टीम का उत्साहवर्धन भी किया। लगभग आधे घंटे से अधिक की परिचर्चा के दौरान जिले के कोरोना वायरस संक्रमण के हालात से पीएम अवगत हुए और आवश्यकताओं के बाबत अधिकारियों से परिचर्चा की।अधिकारियों ने पीएम को वाराणसी में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति से अवगत कराते हुए प्रशासन की ओर से किए जा रहे प्रयासों, लॉकडाउन, चिकित्सा और जांच के अलावा दवाओं की उपलब्धता पर भी बात की। इस पर पीएम ने अधिकारियों से जरूरतों को लेकर भी सवाल किए। अधिकारियों ने बेडों की उपलब्धता और चिकित्सा कर्मचारियों की सेहत और सुरक्षा उपाय पर भी मंथन किया। कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पर यह पहली बैठक है। बैठक के बारे में इससे पूर्व सुबह ही पीएमओ की ओर से सूचना जारी की गई थी।प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनपद वाराणसी में कोविड-19 की स्थिति पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कोरोना से बचाव तथा कोरोना संक्रमित मरीजों के समुचित उपचार हेतु टेस्टिंग, बेड, दवाइयां, वैक्सीन तथा मैन पावर आदि की जानकारी ली गई। उन्होंने जनता को हर संभव सहायता त्वरित रूप से उपलब्ध कराने हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया|प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि ‘‘दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी‘‘ का पालन सभी लोगों द्वारा किया जाये। प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन अभियान के महत्त्व पर बल देते हुए कहा कि प्रशासन 45 साल से ज्यादा की उम्र के सभी लोगों को इस हेतु जागरूक करें। उन्होंने प्रशासन को भी पूरी संवेदनशीलता से वाराणसी के लोगों की संभव सहायता करने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने देश के सभी डॉक्टरों, सभी मेडिकल स्टाफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस संकट की घडी में भी वह अपने कर्त्तव्य का निष्ठापूर्ण पालन कर रहे हैं| उन्होंने कहा कि हमें पिछले साल के अनुभवों से सीखते हुए सतर्क रहकर आगे बढ़ना है|प्रधानमंत्री ने बताया कि वाराणसी के प्रतिनिधि के रूप में वह आम जनता से भी निरंतर फीडबैक ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाराणसी में पिछले 5-6 वर्षों में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और आधुनिकीकरण से कोरोना से लड़ने में सहायता मिली है। इसके साथ वाराणसी में बेड्स, आईसीयू और ऑक्सिजन की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है। मरीजों की बढ़ी हुई संख्या से उत्पन्न दबाव को देखते हुए हर स्तर पर प्रयास बढाने की जरुरत पर भी प्रधनमंत्री ने विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह वाराणसी प्रशासन ने तेजी के साथ ‘काशी कोविड रिस्पोन्स सेन्टर’ स्थापित किया है, वैसी ही तेजी हर कार्य में लायी जानी चाहिए।प्रधानमंत्री ने ‘Test, Track और Treat’ पर जोर देते हुए कहा कि first wave की तरह भी वायरस से जीतने के लिए यही रणनीति अपनानी होगी। उन्होंने संक्रमित व्यक्तियों की कांटैक्ट ट्रेसिंग और टेस्ट रिपोर्ट को जल्द से जल्द उपलब्ध कराने पर बल दिया। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों और उनके परिवार के प्रति भी सभी जिम्मेदारियों के संवेदनशील तरीके से निर्वहन का निर्देश दिया।प्रधानमंत्री ने वाराणसी स्वयंसेवी संगठनों की प्रशंसा करते हुए कहा उन्होंने जिस प्रकार सरकार के साथ कदम मिलकर कार्य किया है उसे और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने पुनः स्थिति को देखते हुए अधिकाधिक सतर्कता और सावधानी बरतने पर बल दिया।वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को कोविड से बचाव तथा इलाज हेतु क्षेत्र में की गयी तैयारियों की सूचना दी। इस सम्बन्ध में प्रधानमंत्री को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हेतु स्थापित कण्ट्रोल रूम, होम आइसोलेशन के लिए बनाये गए कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेंटर, डेडीकेटेड फोन लाईन एम्बुलेंस, कण्ट्रोल रूम से टेलीमेडिसीन की व्यवस्था, शहरी क्षेत्र में अतिरिक्त रैपिड रिस्पान्स टीम की तैनाती आदि विषयों पर जानकारी दी गयी। प्रधानमंत्री को सूचित किया गया कि कोविड से बचाव के लिए अभी तक 198383 व्यक्तियों को प्रथम व 35014 व्यक्तियों को वैक्सीनेशन की दोनों डोज लग चुकी है।इस वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान एमएलसी/कोविड प्रभारी वाराणसी एके शर्मा, मण्डलायुक्त दीपक अग्रवाल, पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त गौरांग राठी, प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनपी सिंह, निदेशक आईएमएस बीएचयू प्रो. बी.आर. मित्तल, राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्यमंत्री रवीन्द्र जायसवाल, विधायक रोहनियां सुरेन्द्र नारायन सिंह, एमएलसी अशोक धवन तथा एमएलसी लक्ष्मण आचार्य उपस्थित रहे।