कौशलेंद्र पराशर पटना से -विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के फेसबुक वॉल से लिया गया खबर / नीतीश सरकार ने माननीय उच्च न्यायालय में वही कहा है जो मैं कई वर्षों से कह रहा हूँ कि बिहार में57% डॉक्टर,71% नर्स72% लैब टेक्नीशियन.50% ANMऔर आज सबसे महत्वपूर्ण गिने चुने वेंटिलेटर चलाने के लिए 80% ऑपरेटरों की कमी है। अब कब जागिएगा माननीय मुख्यमंत्री जी? कृपया जागिए।जब मैं स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों की बहाली की आस लगाए युवाओं को चुनावों में विश्वास दिला रहा था तब आप बड़े अहंकार से कहते थे-“उसको कुछ पता है? कहाँ से उतने लोगों को बहाल करेगा?”आज उसी तेवर और अहंकार से उच्च न्यायालय को आप जवाब क्यों नहीं देते?एक साल हो गया कोविड महामारी को आए। आपने जो पिछली बार सभी तैयारी कर लेने के ताल ठोककर दावे किए थे वो तैयारी, वो संरचना, वो सामग्री, वो भंडार, वो कर्मी, वो अस्पताल, वो तालमेल और वो अहंकारी आत्ममुग्ध ‘मुखिया’ कहाँ है? आपकी सारी तैयारी क्या बस आँकड़े छुपाने व लोगों को ‘निपटाने’ की ही थी?सैंकडों लोग ऑक्सिजन जैसी मूलभूत ज़रूरत के अभाव में रोज़ मर रहे हैं। और आप माननीय उच्च न्यायालय के सामने ही सफेद झूठ बोल रहे हैं कि “ऑक्सिजन की कोई कमी नहीं है”??अस्पतालों में संवेदना, बेड, ऑक्सिजन, वेंटिलेटर से लेकर मास्क, इंजेक्शन, दवा, PPE किट, कर्मी, साबुन, सैनिटाइजर, साफ़ सफाई…. यहाँ तक की कर्मी …हर चीज़ की कमी है।आपमें और आपकी सरकार में इच्छाशक्ति, तालमेल, सेवाभाव और सोच की कमी है। कुछ बहुतायत है तो वो है असहायपन, पीड़ा, मृत्यु व चिताएँ।आप तो अंतरात्मा की आवाज़ सुनने का दावा करते थे CM साहब! अंतरात्मा को वेंटिलेटर पर डाल दिए है या शराब माफ़िया की तरह मुनाफ़ाखोरों को बेच दिए है?