प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /असम में ऐतिहासिक जीत पाने के ठीक 6 दिन बाद भाजपा की गुत्थी सुलझ गई है। असम को अपना अगला सीएम मिल गया है। जी हां, मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है व इसके बाद हिमंत बिस्व सरमा को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है।
इससे यह साफ हो गया है कि वह अब वही राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि असम के मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाने के लिए 9 मई, 2021 को विधायकों की बैठक हुई थी, जिसमें शामिल होने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह और सर्बानंद सोनोवाल पहुंचे थे।
वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9 मई, 2021 को गुवाहाटी में विधायक दल की बैठक के दौरान मौजूदा मुख्यमंत्री सोनोवाल ने ही हिमंत के नाम का प्रस्ताव रखा और बदले में सोनोवाल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। बता दें कि सोनोवाल पहले भी केंद्रीय खेल मंत्री रह चुके हैं। यह दोनों 8 मई, 2021 की रात में एक साथ चार्टर्ड विमान से गुवाहाटी के लिए रवाना हुए थे और देर रात भाजपा नेतृत्व ने इस बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पार्टी महासचिव अरुण सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भेजने की घोषणा भी की थी।
बताते चलें कि इससे पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने आवास पर गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महासचिव बीएल संतोष की मौजूदगी में दोनों नेताओं से मुलाकात की थी। हालांकि पहले राज्य के मौजूदा स्वास्थ्य व वित्त मंत्री हिमंत पहुंचे थे और उनसे बातचीत के बाद पहुंचे सोनोवाल के साथ भी केंद्रीय नेताओं ने अकेले में बात की थी।
यही नहीं, इसके बाद तीसरे दौर की बातचीत में दोनों को एकसाथ बैठाकर बीच का रास्ता निकालने का प्रयास किया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों को अलग-अलग केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है लेकिन दोनों नेताओं ने इस प्रस्ताव पर अपनी असहमति जाहिर की है।