धीरेंद्र वर्मा की रिपोर्ट /. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 (ग्रुप ऑफ सेवन) शिखर सम्मेलन के सत्र को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” का मंत्र दिया. जर्मन चांसलर मर्केल ने विशेष रूप से पीएम मोदी के मंत्र “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” का उल्लेख किया और उनके इस संदेश का समर्थन किया.समिट के दूसरे दिन भारत ने दक्षिण अफ्रीका के लिए ट्रिप्स में छूट का ऐलान किया. विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के लिए ट्रिप्स छूट के आह्वान का नेतृत्व किया, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने समर्थन दिया. भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में दक्षिण अफ्रीका और अन्य भागीदारों के साथ बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार-संबंधित पहलुओं (ट्रिप्स) समझौते के मानदंडों में ढील देने के लिए काम किया है ताकि कोरोना महामारी के दौरान टीकों और दवाओं की त्वरित और सस्ती पहुंच सुनिश्चित की जा सके.भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, जी-7 शिखर सम्मेलन के ‘मुक्त समाज एवं मुक्त अर्थव्यवस्थाएं’ सत्र में मोदी ने अपने डिजिटल संबोधन में लोकतंत्र, वैचारिक स्वतंत्रता और स्वाधीनता के प्रति भारत की सभ्यतागत प्रतिबद्धता को रेखांकित किया. पीएम मोदी ने आधार, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) और जेएएम (जन धन-आधार-मोबाइल) तीनों के माध्यम से भारत में सामाजिक समावेश और सशक्तीकरण पर डिजिटल प्रौद्योगिकियों के क्रांतिकारी प्रभाव को भी रेखांकित किया.विदेश मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (आर्थिक संबंध) पी हरीश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में मुक्त समाजों में निहित संवेदनशीलताओं का जिक्र किया और प्रौद्योगिकी कंपनियों तथा सोशल मीडिया मंचों का आह्वान किया कि वे अपने उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षित साइबर परिवेश सुनिश्चित करें.अतिरिक्त सचिव ने कहा, ‘‘सम्मेलन में मौजूद अन्य नेताओं ने प्रधानमंत्री के विचारों की सराहना की.’’ हरीश ने कहा कि जी-7 नेताओं ने स्वतंत्र, मुक्त और नियम आधारित हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और क्षेत्र में साझेदारों का सहयोग करने का संकल्प लिया.कोविड-19 महामारी का संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा कि जी-7 सत्रों में भारत की भागीदारी से समूह की यह सोच प्रतिबिंबित होती है कि ‘‘हमारे समय की सबसे बड़ी समस्या’’ का समाधान भारत की भागीदारी के बिना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत स्वास्थ्य सहित सभी बड़े मुद्दों पर जी-7 और अतिथि साझेदारों के साथ गहराई से जुड़ा रहेगा.विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जी-7 शिखर सम्मेलन में कोविड रोधी टीकों पर पेटेंट छूट संबंधी भारत और दक्षिण अफ्रीका के प्रस्ताव पर विषय वस्तु आधारित चर्चा के लिए व्यापक समर्थन था.दुनिया के सात शक्तिशाली देशों के समूह जी-7 यूनाइटेड किंगडम (यूके), कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं.