जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 19 जून ::बिहार में लगातार हो रही बारिश की वजह से उत्तर बिहार के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।मुजफ्फरपुर जिला के तीन प्रखंड में गंडक नदी तबाही मचाने लगी है।साहेबगंज और पारू के दियारा इलाके के करीब दो दर्जन गाँव पानी से घिर गए हैं और दोनों प्रखंडों के करीब छह सौ घरों में पानी प्रवेश कर गया है।बागमती नदी में जलवृद्धि होने के कारण औराई, कटरा एवं गायघाट में बागमती का पानी तेजी से बढ़ रहा है और वहीं बूढ़ी गंडक नदी में भी तेजी से जलवृद्धि होने के कारण मोतीपुर, कांटी, मीनापुर, मुशहरी एवं शहरी इलाकों में दहशत का माहौल बना हुआ है।पूर्वी चंपारण जिले में गंडक नदी और बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी रहने से कई प्रखंड प्रभावित हो गया है। सुगौली थाना कार्यालय में भी शुक्रवार को बाढ़ का पानी घुस गया है। सुगौली थाने को स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया है। सुगौली के बिशुनपुर्वा गांव जाने वाली सड़क पर तीन फुट पानी चढ़ गया है।पश्चिम चंपारण जिले में सिकरहना नदी का पानी दो दर्जन गाँव में प्रवेश कर गया है, जबकि छह प्रखंड यथा- लौरिया, रामनगर, नरकटियागंज, सिकटा, मैनाटांड़ व गौनाहा का जन जीवन काफी प्रभावित हो गयाहै। बेतिया-नरकटियागंज, बेतिया-सिकटा पथ पर दो दिनों से पानी बह रहा है। वहीं लौरिया-रामनगर और लौरिया नरकटियागंज पथ पर करीब चार फीट पानी बह रहा है।गंडक नदी के जलस्तर वृद्धि से संग्रामपुर-हाजीपुर मुख्य पथ पर पानी चढ़ गया है। इजरा मोरी गांव से लेकर करीब एक किलोमीटर तक पानी का बहाव तेज है। तेतरिया प्रखंड के सिरौली डायवर्सन पर बागमती नदी का पानी चढ़ने से आवागमन बाधित हो गया है। डुमरिया घाट रिंग बांध के किनारे बसे कई गांव में पानी घुस गया है। अरेराज और बंजरिया के कई गांव भी पानी से प्रभावित हैं।बिहार में बारिश होने से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है वहीं किसान भी अपनी खेती-बाड़ी का काम शुरू कर दिया है।कमला नदी खतरे के निशान से जयनगर में नीचे बह रही। वहीं सीतामढ़ी से गुजरने वाली बागमती नदी और अधवारा समूह नदी के जलस्तर में उतर चढ़ाव चल रही है।