वरिष्ठ संपादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 31 मार्च ::राजस्थान के लालसोट मे महिला चिकित्सक डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या मानवता को शर्मशार करती है। आज देश के सारे चिकित्सक में डर और भय का माहौल बना हुआ है, चिकित्सक और आम जनता इसतरह की घटना से आक्रोशित है। उक्त बातें स्टूडेंड मधुबनी मेडिकल कॉलेज के डॉ नभ शंकर गुप्ता ने आज कही।उन्होंने कहा कि चिकित्सक पर हो रहे अत्याचार के दोषियों को स्पीड ट्रायल चला कर शीघ्र सजा देनी होगी। चिकित्सक को धरती पर दूसरा भगवान कहा जाता है।सभ्य समाज मे किसी को प्रतारित करना और आत्म हत्या करने पर मजबुर करना असभ्यता का परिचायक है। पुलिस को इस घटना की सघन जाँच-पड़ताल कर, दोषियों पर प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए और उन पर कड़ी कारवाई होनी चाहिए।डॉ नभ शंकर गुप्ता ने सरकार से मेडीकल एक्ट का गठन करने और जरूरत पड़ने पर चिकित्सक को अविलंब सुरक्षा सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।